आजमगढ़ जेल में बड़ा खेल:पांच हजार रुपए में मोबाइल, 900 में शराब, 25 में गुटखा मिलता था; जेलर सहित चार निलंबित

# ## UP

(www.arya-tv.com)  आजमगढ़ जिला कारागार में 26 जुलाई को डीएम विशाल भारद्वाज और एसपी अनुराग आर्य की टीम ने छापेमारी की। आपत्तिजनक सामान की बरामदगी के बाद बुधवार देर रात जेलर, डिप्टी जेलर और दो बंदी रक्षकों को निलंबित कर दिया।

डीजी जेल आनंद कुमार ने आजमगढ़ जेलर रविंद्र सरोज, डिप्टी जेलर श्रीधर यादव और दो बंदी रक्षकों अजय वर्मा और आशुतोष सिंह को निलंबित करने के साथ जेल के इन कर्मचारियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की भी संस्तुति की है।

आठ लोगों पर दर्ज हुआ मुकदमा
जिला प्रशासन ने आठ बंदियों के विरुद्ध जिले के सिधारी थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। जिला प्रशासन ने जिन आरोपियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया, उनमें राकेश राय, शेषधर यादव, मनीष सिंह, कमलेश, प्रकाश जायसवाल, अरविंद यादव और दो अज्ञात हैं।

जिला प्रशासन को इस छापेमारी में 18,348 रुपए भी मिले थे। जिले के आला अधिकारियों ने छापेमारी के बाद ही जेल में इस तरह से मोबाइल फोन की बरामदगी के मामले में कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे।

जेलों की कैमरों से निगरानी, अंदर मिलता है सब
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश की सभी जेलों को वीडियो कैमरों से लैस कर दिया है। इसके साथ ही शासन स्तर से प्रदेश की इन जेलों की निगरानी की जाती है। इसके बाद भी जेल अपराधियों की ऐशगाह बनी हुई हैं। जेल में मोबाइल, गुटखा, सिगरेट, शराब, नॉनवेज सब उपलब्ध है। बस इसके लिए कीमत चुकानी पड़ेगी।

आजमगढ़ के मंडलीय कारागार में 26 जुलाई को हुई छापेमारी में 12 मोबइल और चार्जर, 97 पुड़िया गांजा और एलईडी टीवी की बरामदगी हुई है। इससे प्रदेश की जेलों की व्यवस्था पर सवाल उठना लाजिमी है। आजमगढ़ ही नहीं, पूर्वांचल से लेकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश में जेल में बंद माफियाओं का जो कॉकस फैला है। इसे रोक पाने में जेल प्रशासन नाकाम साबित हो रहा है।

पांच रुपए का गुटखा 25 में, डेढ़ सौ की शराब 900 में

आजमगढ़ जेल के अंदर बाजार में बिकने वाली वस्तुएं पांच से लेकर 10 गुना दामों तक आसानी से मिलती हैं। सूत्रों की मानें तो जेल में सभी वस्तुओं के रेट निर्धारित हैं। जेल में जो भी सामान जाता है, वह बैरक नंबर छह से होकर ही जाता है। जेल में सारा डिस्ट्रिब्यूशन का काम यहीं से होता है। इसमें जेल के अधिकारी से लेकर बंदी रक्षक तक सभी मिले रहते हैं।

पांच रुपए का गुटखा जेल के अंदर पहुंचते ही 25 रुपए का हो जाता है। डेढ़ सौ रुपए की शराब कोल्ड ड्रिंक के बोतल के जरिए जेल में पहुंचते ही 900 की हो जाती है। सात रुपए की सिगरेट 25 में बिकती है। इसके साथ ही सरसों का तेल, नानवेज सब कुछ जेल में उपलब्ध है।

जेल के अंदर से कैदी करते हैं मोबाइल पर बात
जेल में बंद कैदियों तक पांच हजार रुपए में कीपैड वाला मोबाइल मिल जाता है। जिससे यह कैदी घर-परिवार के लोगों से बात करते हैं, पीड़ितों को धमकी देते हैं। सिम के लिए 1100 रुपए अलग से देने पड़ते हैं। जेल में यदि इन मोबाइल फोन को कोई सिपाही पकड़ लेता है तो 500 से 1000 रुपए तक लेकर छोड़ देता है।

नहीं देने पर जेल अधिकारियों के सामने पेश कराने की धमकी देता है। नए कैदी बात करते पकड़े जाते हैं, तो उनसे जेल के सिपाही 100 से लेकर 500 रुपए तक वसूल करते हैं।

जेल प्रशासन को मिल जाती थी छापे की खबर
जिला प्रशासन जब भी जेल में छापेमारी करने जाता था, इसकी जानकारी विभाग में बैठे कुछ जयचंद जेल अधिकारियों तक पहुंचा देते थे। जिला प्रशासन ने 2022 में कई बार जेल में छापेमारी की। हर बार हाथ खाली रहे।

कारण, जेल के अधिकारी आपत्तिजनक वस्तुओं को पहले ही हटा देते थे। पर इस बार जिला प्रशासन ने सीक्रेट प्लान के तहत छापेमारी की और 12 मोबाइल के साथ गांजा, एलईडी टीवी भी बरामद किया।

आजमगढ़ जेल में छापेमारी एक नजर

  • जिला प्रशासन ने 17 मार्च 2019 को जब जिला कारागार में तत्कालीन डीएम शिवाकांत द्विवेदी और एसपी त्रिवेणी सिंह ने छापेमारी की थी। उस दौरान 37 मोबाइल, चार्जर और बड़ी मात्रा में आपत्तिजनक चीजें बरामद हुई थीं।
  • इस छापेमारी में पूर्व मंत्री अंगद यादव के पास पांच फोन, पूर्व विधायक सुरेंद्र मिश्रा के पास से चार फोन, एआईएमआईएम के पूर्व जिलाध्यक्ष कलीम जामई के पास से तीन फोन बरामद हुए थे। बाद में अंगद यादव को आजमगढ़ कारागार से नैनी कारागार शिफ्ट कर दिया गया।
  • साल 2018 में आजमगढ़ की जेल में बंद रहे पूर्व मंत्री अंगद यादव जेल से ही अपना फेसबुक एकाउंट चलाते थे। 14 नवंबर 2018 को अंगद यादव को लोगों को शुभकामनाएं देने और बधाई देने वाला मैसेज वायरल हुआ था।
  • 26 दिसंबर 2016 को हुई छापेमारी में बड़ी संख्या में मोबाइल, चार्जर, लाइटर, तंबाकू, गुटखा और आपत्तिजनक वस्तुएं बरामद हुई थी। इसके अलावा 26 मई 2015 को जेल में की गई छापेमारी के दौरान जेल में 58 फोन मिले थे।
  • साल 2018 में आजमगढ़ की जेल में बंद रहे पूर्व मंत्री अंगद यादव जेल से ही अपना फेसबुक एकाउंट चलाते थे। 14 नवंबर 2018 को अंगद यादव को लोगों को शुभकामनाएं देने और बधाई देने वाला मैसेज वायरल हुआ था।
  • 26 दिसंबर 2016 को हुई छापेमारी में बड़ी संख्या में मोबाइल, चार्जर, लाइटर, तंबाकू, गुटखा और आपत्तिजनक वस्तुएं बरामद हुई थी। इसके अलावा 26 मई 2015 को जेल में की गई छापेमारी के दौरान जेल में 58 फोन मिले थे।