65 लाख लेनदेन में JE ने पति-बेटी संग किया सुसाइड:लेटर में चार आरोपियों का जिक्र

# ## Lucknow

(www.arya-tv.com) ‘ये उन सारे लोगों के नाम हैं जो हमारा और हमारे परिवार का पिछले 3 साल से जीना मुश्किल किए हैं। पर अब नहीं जिया जाता… इन सबकी बदतमीजियों से परेशान हैं। इसलिए हम और हमारा परिवार अपने आपको खत्म करने पर मजबूर हैं। हमारे नहीं रहने पर इन सबको हमारे पूरे परिवार की मौत का जिम्मेदार समझा जाए।

ये बातें, लखनऊ के JE शैलेंद्र कुमार के सुसाइड नोट की हैं। बुधवार को जानकीपुरम के अपने घर में उन्होंने, पत्नी गीता और बेटी प्राची के साथ जहर खा लिया। इन्होंने मौत को क्यों चुना, ये गुत्थी चंद घंटों में सुलझ गई।कमरे से बरामद सुसाइड नोट में कुछ नाम लिखे हुए पुलिस को मिले। पूरा मामला प्रॉपर्टी, रुपए का लेनदेन और धमकियों से जुड़ा हुआ है।

JE की जिंदगी में 4 साल पहले दिक्कतें शुरू हुईं

शैलेंद्र नलकूप विभाग में जेई थे। जानकीपुरम में उन्होंने मकान बनवाया था। परिवार में पत्नी गीता, बेटी प्राची और एक बेटा था। 4 साल पहले उनकी जिंदगी में दिक्कतें शुरू हुई। उन्होंने प्रॉपर्टी में इन्वेस्टमेंट शुरू किया था। मगर, शुरुआती दौर में धोखा मिलने के बाद कर्ज में फंसते चले गए। उन्होंने सुसाइड नोट में 4 लोगों के नाम लिखे हैं। जानिए आरोप क्या-क्या हैं…

आरोपी 1 : शैलेंद्र कुमार श्रीवास्तव
आरोप : लोन के लिए 65 लाख लिए, वापस नहीं किया

JE शैलेंद्र के हमनाम शैलेंद्र कुमार श्रीवास्तव ने 4 साल पहले 65 लाख रुपए लोन कराने के लिए थे। मगर, आज तक लोन नहीं करवाया। हमारे पैसे भी वापस नहीं किए। रुपए वापस करने को कहते हैं तो गाली देते है और जान से मारने की धमकी देते है। मोबाइल नंबर 933672…

आरोपी 2 : मोबीन खान
आरोप : 10 लाख 20% ब्याज पर दिया, वसूली के लिए करता था प्रताड़ित

3 साल पहले प्लॉट का एग्रीमेंट कराकर 10 लाख रुपए दिए थे। इसके बदले हर महीने 20% ब्याज लेते थे। जब तक हमारे पास पैसा रहा। तब तक हम उन्हें ब्याज देते रहे। पिछले 4 महीने से ब्याज नहीं दे पाने के कारण हमे बहुत प्रताड़ित किया जा रहा था। घर पर आकर मां-बहन की गाली देते हैं। अब हम क्या करे, हमारे पास मरने के अलावा और कोई रास्ता नहीं बचा है। मोबाइल नंबर 941500…

आरोपी 3 : नरेन्द्र प्रताप सिंह
आरोप : प्लॉट लेकर रजिस्ट्री नहीं करवाना, धमकियां देना

इन्होंने 10 हजार स्क्वायर फिट हमारा प्लॉट का एग्रीमेंट कराया था। 2 साल पहले एग्रीमेंट कराना था। मगर नहीं कराया। उल्टा रोज हमको मां-बहन की गाली देते हैं। जान से मारने की धमकी देते हैं। 60 लाख रुपए नगद मांग रहे हैं। उनको हम रुपए नहीं देंगे। वो हमारे घर आकर हमको जान से मारने और परिवार को घर मे निकालने की धमकी देते हैं। गाली-गलौज से तंग आकर हम व हमारा परिवार आज आत्महत्या करने को मजबूर है। मोबाइल नंबर 9452053…

आरोपी 4 : संतोष कुमार शुक्ला
आरोप : घर पर आकर धमकी और गालियां देना

ये नरेंद्र प्रताप सिंह के साथ हमारे घर पर आकर बहुत गाली गलौज करते हैं। हमारा पूरा परिवार इन्ही के वजह से बहुत परेशान हुआ। ये पिछले रविवार को 5 लोगों को लेकर हमारे घर आए। हमारे पूरे परिवार को बहुत गाली दी। जान से मारने की धमकी रोज देते है। मोबाइल नंबर 94518…

पड़ोसी को फोन कर कहा- आज आखिरी दिन
पुलिस के मुताबिक जेई शैलेंद्र कुमार ने बुधवार सुबह पड़ोसी जगन्नाथ प्रसाद को फोन किया। कहा, “सब कुछ खत्म हो गया है। आज मेरा आखिरी दिन है।” इस कॉल के बाद जगन्नाथ घबरा गए। वो खुद घर पर नहीं थे। अपने पड़ोसी को शैलेंद्र के घर भेजा। वहां दरवाजा अंदर से बंद था। एक लड़की को बाउंड्रीवॉल से कूदकर अंदर भेजा गया। अंदर भी दरवाजे बंद थे। इसलिए पुलिस को खबर दी गई।

पुलिस दरवाजा तोड़कर अंदर दाखिल हुई। घर के अंदर शैलेंद्र, गीता और प्राची बेसुध मिले। पुलिस उन्हें ट्रामा सेंटर लेकर पहुंची। यहां पहुंचने से पहले ही शैलेंद्र और प्राची की सांस टूट चुकी थी। गीता ने करीब 2 घंटे तक जिंदगी के लिए संघर्ष किया। मगर उन्हें भी बचाया नहीं जा सका।

सुसाइड के 3 आरोपी पुलिस हिरासत में
पुलिस ने चार लोगों के खिलाफ खुदकुशी के लिए उकसाने का मुकदमा लिखा  है। पुलिस ने शैलेंद्र श्रीवास्तव, मोबीन और नरेंद्र प्रताप सिंह को हिरासत में लिया है। संतोष कुमार शुक्ला अभी फरार चल रहा है। पुलिस का दावा है कि उसकी गिरफ्तारी भी जल्द हो जाएगी।

बेटा बेंगुलरु गया था, आज शव किए जाएंगे सुपुर्द
शैलेंद्र का एक बेटा भी है। जोकि बेंगलुरु में हो रही एक स्पोर्ट इंवेंट में शामिल होने के लिए गया हुआ था। पुलिस का मानना है कि अगर बेटा घर पर होता। तो शैलेंद्र उसको भी जहर दे देते। बेटे को बेंगलुरु से वापस बुलाया गया है। शवों को पोस्टमार्टम के बाद आज परिवार में रिश्तेदारों के सुपुर्द किया जाएगा।