महाराष्ट्र में सियासी घमासान के बीच मानसूत्र सत्र शुरु, अजित पवार को झटका

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(www.arya-tv.com) महाराष्ट्र में सियासी घमासान के बीच सोमवार (17 जुलाई) से विधानसभा के मानसून सत्र की शुरुआत हो गई है। आज सत्र के पहले दिन राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के 53 में से 27 विधायक अनुपस्थित रहे।

ये विधायक ऐसे समय में नदारद रहे हैं जब अजित पवार ने अपने गुट के नेताओं के साथ शरद पवार से लगातार दूसरे दिन मुंबई के वाईबी चव्हाण सेंटर में मुलाकात की है। अजित पवार खेमे के केवल 15 एनसीपी विधायक ही नजर आए।

सत्र में भाग लेने वाले एनसीपी के 24 विधायकों में से उपमुख्यमंत्री अजित पवार, कैबिनेट मंत्री छगन भुजबल, दिलीप वलसे पाटिल, हसन मुसरिफ, अदिति तटकरे, संजय बनसोडे, धनंजय मुंडे, अनिल पाटिल और धर्मराव आत्राम सत्तारूढ़ पक्ष के लिए निर्धारित सीटों पर बैठे हुए दिखे।

जिन विधायकों ने अजित पवार को समर्थन दिया है और जो सदन में उपस्थित रहे उनमें बबनराव शिंदे, इंद्रनील नाइक, प्रकाश सोलंखे, किरण लहामाते, सुनील शेल्के और सरोज आहिरे शामिल हैं।

वहीं, शरद पवार खेमे से प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल, विधायक बालासाहेब पाटिल, प्राजक्त तनपुरे, सुनील भुसारा, मानसिंग पवार, सुमन पाटिल, रोहित पवार, राजेश टोपे, अशोक पवार और अनिल देशमुख विपक्षी खेमे में बैठे हुए देखे गए।

शरद पवार गुट के मुख्य सचेतक जितेन्द्र आव्हाड ने रविवार (16 जुलाई) को महाराष्ट्र विधानसभा के अध्यक्ष राहुल नार्वेकर को एक पत्र लिखकर अजित पवार खेमे के सदस्यों और पार्टी के अन्य विधायकों के लिए इस सत्र के लिए अलग-अलग बैठने की व्यवस्था करने का अनुरोध किया था।

जितेन्द्र आव्हाड ने इस पत्र में कहा था कि सरकार में शामिल हो चुके अजित पवार समेत 9 विधायकों को छोड़कर बाकी एनसीपी में शामिल सभी लोग विपक्ष का हिस्सा हैं। इसलिए उनके बैठने के लिए अलग व्यवस्था की जाए।