राम मंदिर के उद्घाटन के लिए लता मंगेशकर ने बनाए थे भजन और श्लोक, लड़खड़ा रहे थे पैर लेकिन डगमगाया नहीं जज्बा

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(www.arya-tv.com) दिवंगत सिंगर लता मंगेशकर भले ही अब हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनकी विरासत उनके गानों और कहानियों के जरिए आज भी जिंदा है और हमेशा रहेगा। उन्होंने कई भारतीय भाषाओं के गानों में अपनी सुरीली आवाज दी, जिससे उन्हें ‘स्वर कोकिला’ की उपाधि मिली।

लता ने संगीत को आध्यात्मिक भक्ति के रूप में देखा और हमेशा इसका बहुत सम्मान किया। हालांकि, 1970 के दशक में, उन्हें एक ऐसा ऑफर मिला जिसे न लेना कई लोगों के लिए मुश्किल होता, फिर भी लता ने इसे नहीं करने का फैसला किया।

अपने फ़िल्मी गानों से हटके लता मंगेशकर ने भक्ति संगीत में भी बराबर योगदान दिया। और शायद यही कारण है कि अपने निधन से पहले लता ने अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन के मौके के लिए कुछ भजन और श्लोक रिकॉर्ड किए थे।

पोर्टल ‘बॉलीवुड हंगामा’ के लिए सुभाष के झा के एक करीबी सूत्र के अनुसार, ‘महान सिंगर लता मंगेशकर को खड़े होने में दिक्कत होती थी, बावजूद इसके उन्होंने भजन रिकॉर्ड किए। ‘ये राम भजन’ लताजी की आखिरी रिकॉर्डिंग हैं। वह मुश्किल से अपने पैरों पर खड़ी हो पाती थीं।

लेकिन उन्होंने संगीतकार मयूरेश पई को बुलाया और उनसे कहा कि वह अयोध्या में राम मंदिर के लिए कुछ चुनिंदा राम भजन, श्लोक और मंत्र बनाना चाहती हैं। वह चाहती थीं कि जनवरी 2024 में अयोध्या में होने वाले राम मंदिर के उद्घाटन में उन्हें बजाया जाए।’

राम मंदिर के लिए लता मंगेशकर के गाने

एक फेमस संगीतकार ने शेयर किया, ‘वह अंत तक गा रही थीं और काम कर रही थीं। वह चाहती थीं कि उनकी आवाज राम मंदिर में बजे। वो चाहती थीं कि वो हमेशा रिकॉर्डिंग करती रहें, भले ही उनका स्वास्थ्य खराब हो रहा था। वह सबसे बहादुर इंसान हैं जिन्हें मैंने कभी देखा है।’ उन्होंने बताया कि लता राम मंदिर के उद्घाटन में भी जाना चाहती थीं।

लता मंगेशकर का निधन, आशा भोसले ने संजोया है सबकुछ

लता मंगेशकर का 6 फरवरी, 2022 को मुंबई में 92 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। उनके निधन से भारतीय फिल्म इंडस्ट्री में एक युग का अंत हो गया। आशा भोंसले ने लता की यादों को संजोकर रखा है और कई मौकों पर उनके बारे में कई सारी बातें की हैं।

‘महाभारत’ के कृष्ण से लेकर ‘क्योंकि सास..’ की तुलसी तक, TV के इन 7 नामी चेहरों ने राजनीति में भी मचाया कहर

जहां कुछ टेलीविजन कलाकार बड़े पर्दे पर काम करना पसंद करते हैं, वहीं कुछ समाज की भलाई के लिए काम करने का भी इरादा रखते हैं। ऐसे कई टीवी स्टार्स हैं जिन्होंने राजनीति में अपना करियर चुना है।

स्टारडम एक्टर्स को एक फैनबेस देता है और कभी-कभी वे इसका फायदा उठाते हैं और कई क्षेत्रों में जाते हैं, राजनीति उनमें से एक है। टॉप 7 टीवी स्टार्स पर एक नज़र डालते हैं जिन्होंने अपने करियर के रूप में एक्टिंग के साथ राजनीति को चुना।


स्मृति ईरानी को ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ के लिए जाना जाता है। एक सफल एक्टिंग के करियर के बाद, एक्ट्रेस ने राजनीति का रास्ता चुना और 2003 में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गईं।

वह 2019 से लोकसभा की सदस्य हैं। अपने ऑनस्क्रीन किरदार तुलसी की तरह, स्मृति भी नेक हैं और राजनीतिक बहसों में अपनी तीखी राय देते हुए वो किसी से कतराती नहीं हैं।


एक बेहतरीन एक्ट्रेस होने के अलावा, शिल्पा शिंदे बेबाकी से अपनी राय रखने के लिए जानी जाती हैं। उनकी झोली में कुछ विवाद रहे हैं लेकिन उन्होंने हमेशा गलत काम करने वालों को जवाब दिया है और अपने विचारों को सही ठहराया है। साल 2019 में एक्ट्रेस भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी में शामिल हुईं।


काम्या पंजाबी को ‘बनूं मैं तेरी दुल्हन’, ‘शक्ति: अस्तित्व के एहसास की’, ‘तेरे इश्क में घायल’ जैसे शो में उनके शानदार काम के लिए जाना जाता है। वह फिलहाल ‘नीरजा… एक नई पहचान’ का हिस्सा हैं, जो एक निगेटिव किरदार है। एक्ट्रेस अक्टूबर 2021 में कांग्रेस पार्टी में शामिल हुईं।


कई विवादों के लिए मशहूर राखी सावंत राजनीति में भी हाथ आजमा चुकी हैं। एक्ट्रेस 2014 में लोकसभा चुनाव लड़ना चाहती थीं। वह राष्ट्रीय आम पार्टी की संस्थापक भी थीं। फिलहाल एक्ट्रेस अपने धर्म परिवर्तन और अपने अलग हो चुके पति के आरोपों को लेकर ध्यान खींच रही हैं।


‘नाथ-ज़ेवर’ एक्ट्रेस चाहत पांडे मध्य प्रदेश के दमोह में विधायक पद के लिए आगामी चुनाव लड़ने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। ‘पिंकविला’ के साथ एक बातचीत में चाहत ने खुलासा किया था कि उनकी मां की इच्छा थी कि वह एक राजनेता के रूप में उभरें और वह खुद भी एक राजनीतिक पार्टी का हिस्सा बनने के लिए काफी एक्साइटेड थीं।


टीवी शो और फिल्मों में हाथ आजमाने के बाद, नीतीश ने भाजपा उम्मीदवार के रूप में मध्य प्रदेश के जमशेदपुर और राजगढ़ से संसदीय चुनाव लड़ा। वह 1996 में जमशेदपुर से संसद सदस्य के रूप में लोकसभा के लिए चुने गए। नितीश ने दूरदर्शन पर आने वाले ‘महाभारत’ में श्रीकृष्ण का किरदार निभाया था।


वह अब तक कई फिल्मों और टीवी शो का हिस्सा रह चुके हैं। अपने सफल अभिनय करियर के बाद, शेखर 2009 में औपचारिक रूप से कांग्रेस में शामिल हो गए।

कब होगा राम मंदिर का उद्घाटन?

अगले साल 22-24 जनवरी के बीच पीएम मोदी के श्रीराम मंदिर का उद्घाटन किये जाने की उम्मीद है। जनवरी में राम मंदिर के उद्घाटन के लिए कुछ ही महीने बचे हैं, मंदिर की निर्माण समिति के अध्यक्ष और प्रधान मंत्री के पूर्व प्रधान सचिव नृपेंद्र मिश्रा ने बताया कि उद्घाटन के दिन लगभग 1.5 लाख लोगों के राम मंदिर के दर्शन करने की उम्मीद है।