कानपुर(www.arya-tv.com) कन्नौज के किसान की इटावा के अस्पताल में पथरी के ऑपरेशन के दौरान चोरी से किडनी निकालने का मामला बड़े से रैकेट से जुड़ता दिख रहा है। अधिकारियों का कहना है कि यह देश भर में फैले मानव अंग तस्करों से जुड़ा हो सकता है। पीड़ित किसान की शिकायत पर मुख्य चिकित्साधिकारी एनएस तोमर ने जांच के लिए रेडियोलॉजिस्ट और एसीएमओ की टीम बनाई है।
टीम की रिपोर्ट सामने आते ही अस्पताल प्रबंधन और ऑपरेशन करने वाले डॉक्टर सलाखों के पीछे जा सकते हैं। कन्नौज के छिबरामऊ निवासी किसान रामेंद्र सिंह यादव ने 4 जून 2012 को फर्रुखाबाद रोड इटावा स्थित एक ट्रस्ट अस्पताल में पित्ताशय में पथरी का ऑपरेशन करवाया था। इसके पहले उन्होंने फर्रुखाबाद की एक पैथालॉजी में अल्ट्रासाउंड करवाया जिसमें पथरी की जानकारी होने के साथ दोनों किडनी सामान्य पाईं गईं थीं।
रामेंद्र के मुताबिक ऑपरेशन के कुछ साल बाद उनके पेट में फिर से दर्द उठने लगा। उन्होंने छिबरामऊ के एक डॉक्टर से इलाज करवाया। डॉक्टर की सलाह पर तीन नवंबर 2020 को उन्होंने छिबरामऊ में फिर से अल्ट्रासाउंड करवाया तो पित्ताशय के साथ दाहिना गुर्दा भी गायब था। रामेंद्र दोबारा फर्रुखाबाद के अल्ट्रासाउंड सेंटर पहुंचे।