पत्रकार हत्याकांड: विमल को गोलियों से भूनने वाले ये चार हत्यारे, अब पुलिस ने दबोचा

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(www.arya-tv.com) बिहार के अररिया जिले में पत्रकार विमल यादव की हत्या के मामले में पुलिस ने चार आरोपियों को अरेस्ट कर लिया है। इन आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद खुद आईजी ने मौका मुआयना किया और आरोपियों से पूछताछ भी की।आईजी के आदेश पर बाकी बचे दो आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए चार अलग अलग टीमों का गठन किया गया है। इन टीमों ने हर संभावित स्थान पर दबिश तेज कर दी है। पुलिस इस संबंध में आज 11 बजे प्रेस कांफ्रेंस भी करेगी।

पुलिस के मुताबिक पकड़े गए आरोपियों की पहचान भावेश यादव, आशीष यादव, विपिन यादव और उमेश यादव के रूप में हुई है। बता दें कि आरोपियों ने पिछले दिनों अररिया के रानीगंज में रहने वाले पत्रकार विमल यादव की दिन दहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी थी।इस घटना को लेकर ना केवल अररिया, बल्कि पूरे बिहार में आक्रोश है। घटना के बाद हरकत में आई पुलिस ने चार आरोपियों को शुक्रवार की देर रात गिरफ्तार कर लिया।

वहीं शनिवार की सुबह दावा किया कि जल्द ही वारदात में शामिल बाकी दो आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा। बिहार में पूर्णिया के आईजी सुरेश प्रसाद चौधरी के मुताबिक चार आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद बाकी बचे आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दबिश तेज कर दी गई है।चार टीमें लगातार प्रयास कर रही हैं। पुलिस को कुछ इनपुट मिले हैं, उम्मीद है कि इन आरोपियों की भी जल्द गिरफ्तारी कर ली जाएगी।

उन्होंने बताया कि आरोपियों को अदालत में पेश करने के बाद जल्द से जल्द मुकदमे की चार्जशीट तैयार कर कोर्ट में पेश किया जाएगा। जानकारी के मुताबिक साल 2019 में पत्रकार विमल यादव के छोटे भाई की गोली मार हत् हुई थी। इस वारदात में विमल यादव इकलौते गवाह हैं और यह मामला ट्रॉयल में चल रहा है। आरोप है कि कुछ दिनों से इस मुकदमे के संबंध में विमल यादव को धमकी मिल रही थी।

हत्यारोपी उन्हें गवाही से पीछे नहीं हटने पर जान से मारने की धमकी दे रहे थे। जबकि विमल अपने भाई के मामले को अंजाम तक पहुंचाने की कोशिश में लगे थे। बताया जा रहा है कि विमल के अड़े होने की वजह से बदमाशों ने उन्हें रास्ते से ही हटाने का फैसला किया और शुक्रवार को उन्हें भी गोली मार दी थी।विमल कुमार यादव की पत्नी ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि उनके पति को भी उन्हीं लोगों ने मारा है जिन्होंने उनके देवर गब्बू यादव की हत्या की थी।