गौशालाओं में भूख से तड़प कर दम तोड़ रही गायें, भर पेट खाना तक नहीं

Lucknow

राहुल तिवारी
लखनऊ। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का गौ प्रेम गोरखनाथ पीठ से लेकर सीएम आवास तक किसी से छिपा नही है, देश के सबसे बड़े प्रदेश की सत्ता संभालने के बाद ही सीएम योगी ने साफ कर दिया था कि वे गायों पर अत्याचार कतई बर्दाश्त नही करेंगे। सरकार ने हर जिले में गायों की देखरेख व खानपान की व्यवस्था करने के उद्देश्य से गौशाला खोलने के भी निर्देश दिये थे साथ ही इसके लिए मोटा बजट भी दिया गया पर अधिकारियों की मनमानी के चलते सीएम योगी का सपना आज भी अधर में है।

लाकडाउन तो मार्च से है और लोग घरों में हैं लेकिन इसके पहले से ही गौशालाओं में गाये भूख से तड़प रही हैं पर जिम्मेदार इस ओर से मुहं मोड़े बैठे हैं। राजधानी के सरोजनी नगर विकासखण्ड में जब रामचौरा ग्रामसभा में बनी गौशाला, सरोजनी नगर के पिपरसण्ड में बनी गौशाला व अमावां ग्रामसभा में बनी गौशाला व सरोजनी नगर के खटोला ग्रामसभा में बनी गौशाला का हाल लिया गया तो वहां पर दृश्य काफी चौकाने वाले मिले। यहां पर सैकड़ों की संख्या में गायें मौजूद हैं पर उनके खाने पीने की कोई व्यवस्था नही है।

इन गौशालाओं में गायों के धूप और बारिश से भी बचाव के कोई इंतजाम नही हैं। जानकारी करने पर पता चला कि अभी कुछ समय पूर्व किसान मंच के प्रदेश अध्यक्ष देवेंद्र तिवारी ने भी यहां पर गौशालाओं का निरीक्षण किया था और अव्यवस्थाओं पर कड़ी नाराजगी जतायी थी। किसान मंच ने यहां र गायों की दुर्दशा देखने के बाद पूरे प्रदेश में गौशाओं की स्थिति जााने के लिए अभियान भी चलाया। किसान मंच के अध्यक्ष देवेंद्र तिवारी ने बातचीत में बताया कि लगभग सभी गौशालाओं में गायों की हालत खराब है और इसके जिम्मेदार अधिकारी ही हैं क्योंकि अगर वे गंभीर हो जाये तो गायों की ये दुर्गत नही होगी। किसान मंच ने तो हाईकोर्ट में गौशालाओं में व्याप्त भ्रष्टाचार को लेकर जनहित याचिका भी दाखिल कर रखी है।

मोहनलालगंल के सांसद कौशल किशोर ने भी तीन दिन पूर्व अमावां में बनी गौशाला का निरीक्षण किया था और वे भी गौशाला की स्थिति देखकर भड़क गये थे। सांसद की अपील के बाद बीजेपी के पूर्व जिला उपाध्यक्ष राजेंद्र सिंह राजू ने अमावां गौशाला को आगे आकर गोद लिया और मंगलवार से यहां की गायों को चारा मिलना शुरु हो गया। बीजेपी नेता की इस पहल का सभी ने स्वागत किया है। बुध्वार को पिपरसण्ड की गौशाला में एक गाय मृत मिलने से भी लोगों की नाराजगी देखने को मिली।

स्थानीय लोगों का आरोप है कि गायें गौशाओं में भूख से तड़प तड़प कर मर रही हैं और सरकार के द्वारा मोटा बजट मिलने के बाद भी जिम्मेदार अधिकारी कान में उंगली डाले बैठे हैं। लोगों ने सीएम योगी से मांग की कि वे अपने स्तर से प्रदेश की गौशालाओं की मानीटरिंग कराये ताकि अफसरों की मनमानी की कीमत इन बेजुबान गायों को अपनी जान देकर न चुकानी पड़े।