गोरखपुर: जिले में 7 लोगों में संक्रमण की पुष्टि, एक की मौत

Gorakhpur Zone UP

गोरखपुर।(www.arya-tv.com) बीआरडी मेडिकल कॉलेज के कोरोना वार्ड में इलाज के दौरान रिटायर्ड रेलकर्मी की मौत हो गई। अब जिले में कोरोना से मरने वालों की संख्या 12 हो गई है। उधर, शनिवार को जिले में सात और लोगों में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई। इनमें जिला अस्पताल का स्वीपर, महिला सरंक्षण गृह में रहने वाली एक किशोरी के अलावा एक प्रेस छायाकार भी शामिल हैं। पॉजिटिव मिले सभी सात मरीज शहर के रहने वाले हैं। इसे लेकर अब जिले में मरीजों की संख्या बढ़कर 303 हो गई है। 194 ठीक हो चुके हैं जबकि 97 लोगों का इलाज चल रहा है। गोरखपुर के जिला अस्पताल के नेत्र रोग विभाग के ऑपरेशन थियेटर में तैनात 49 वर्षीय स्वीपर बेतियाहाता में परिवार के साथ रहता है।

शुक्रवार को तबीयत खराब होने पर जिला अस्पताल में जांच हुई। रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। घंटाघर स्थित राजकीय महिला शरणालय में 40 किशोरियों और बालिकाओं के नमूने लिए गए थे। इसमें 39 की रिपोर्ट निगेटिव आई जबकि एक 17 वर्षीय किशोरी की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। झरना टोला के रहने वाले 34 वर्षीय एक प्रेस छायाकार की भी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इनका नमूना जिला अस्पताल से लेकर भेजा गया था। स्वास्थ्य विभाग ने उनके परिवार के नौ लोगों को 100 बेड टीबी अस्पताल में क्वारंटाइन कराया है।

पॉजिटिव मिले पादरी बाजार के मानस बिहार कॉलोनी में रहने वाला 29 वर्षीय एक युवक 19 जून को मुंबई से तथा चरगांवा के करीमनगर की रहने वाली 52 वर्षीय महिला 22 जून को दिल्ली से आई थी। ट्रैवेल हिस्ट्री के आधार पर दोनों का नमूना लिया गया था। इसके अलावा खूनीपुर की 49 वर्षीय महिला संक्रमित मिली है। महिला के घर में दो दिन पहले भी एक व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव मिल चुका है। टीपीनगर का रहने वाला 22 वर्षीय युवक भी संक्रमित मिला है। सीएमओ डॉ. श्रीकांत तिवारी ने बताया कि कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद संबंधित मोहल्लों को सील कराने के साथ सैनिटाइजेशन के निर्देश दे दिए गए हैं। पॉजिटिव मरीजों के संपर्क में आने वाले लोगों की तलाश शुरू कर दी गई है। सबके नमूने लेकर जांच को भेजे जाएंगे। कोरोना से दम तोडऩे वाले रेलकर्मी में वायरस की पुष्टि बीते 20 जून को हुई थी।

रेलवे के ट्रांजिट हॉस्टल में रहने वाले रेलकर्मी एक महीना पहले ही रिटायर हुए थे और उसके बाद वह प्रयागराज सहित कई स्थानों पर गए थे। लौटकर आने के बाद उनकी तबियत खराब हुई तो स्वजनों ने मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया था। जांच के दौरान उनमें कोरोना के वायरस की पुष्टि हुई। उन्हें कॉलेज के कोरोना वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया था। मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. गणेश कुमार ने बताया जाता है कि रेलकर्मी शुगर के मरीज भी थे। बताया कि शव को कोविड-19 प्रोटोकॉल के तहत पुलिस की मौजूदगी में स्वजनों के सुपुर्द कर दिया गया है।