छात्रों के लिए खुशखबरी, गोरखपुर में खुलेगा स्टेट इंस्टीट्यूट आफ होटल मैनेजमेंट

Gorakhpur Zone

(www.arya-tv.com) विकास के पथ पर आगे बढ़ रहे गोरखपुर को जल्द ही एक और सौगात मिलने जा रही है। यहां स्टेट इंस्टीट्यूट आफ होटल मैनेजमेंट की स्थापना होने जा रही है। शासन के निर्देश पर जिला प्रशासन इसके लिए जमीन उपलब्ध कराएगा।

जिला प्रशासन की ओर से चिलुआताल थाना के सामने पांच एकड़ जमीन लीज पर देने की तैयारी है। इस इंस्टीट्यूट के खुल जाने से गोरखपुर मंडल, बस्ती मंडल के जिलों सहित बिहार के सीमावर्ती जिलों व नेपाल के छात्रों को काफी लाभ होगा। इस इंस्टीट्यूट का संचालन सरकार की ओर से किया जाएगा। पूर्वांचल में इस तरह का पहला संस्थान होगा।

शिक्षकों से लेकर सभी कर्मचारियों की नियुक्ति नियमित

इस इंस्टीट्यूट में होटल मैनेजमेंट के क्षेत्र में डिप्लोमा से लेकर बैचलर एवं मास्टर डिग्री तक के पाठ्यक्रम होंगे। सरकारी संस्थान होने के कारण यहां फीस भी कम होगी। संस्थान में सभी शिक्षकों से लेकर सभी कर्मचारियों की नियुक्ति नियमित होगी और सभी सरकारी पे रोल पर होंगे। शुरू में यहां 400 से अधिक छात्र-छात्राओं को पढ़ाने की व्यवस्था होगी।

इस इंस्टीट्यूट का भवन भव्य बनाया जाएगा। स्थानीय होटल के साथ इस संस्थान का अनुबंध भी होगा, जहां छात्र व्यावहारिक ज्ञान ले सकेंगे। इस क्षेत्र में इस तरह के संस्थान काफी कम हैं जबकि दक्षिण भारत में यह कई स्थानों पर है। इसलिए गोरखपुर में खुलने वाला यह संस्थान काफी महत्वपूर्ण हाेगा। अगले महीने तक इसका शिलान्यास भी हो सकता है।

बढ़ेंगे रोजगार के अवसर

आमतौर पर इंटरमीडिएट के बाद छात्र-छात्राओं का रुख इंजीनियरिंग एवं मेडिकल क्षेत्र की ओर होता है। इस क्षेत्र में होटल मैनेजमेंट के संस्थान न होने के कारण इस दिशा में रुचि भी बहुत कम छात्रों की होती है। पर, यहां संस्थान खुल जाने से उनका रुझान बढ़ेगा। होटल मैनेजमेंट के क्षेत्र में रोजगार की बेहतर संभावना है और शुरूआती वेतन भी अच्छा मिलता है।

12वीं के बाद इसमें दाखिला लिया जा सकता है। संस्थान की ओर से विदेश के होटलों से भी संपर्क किया जाएगा, जिससे छात्रों को वहां भी नौकरी मिल सके। यहां से निकलकर छात्र होटल या रेस्टोरेंट के व्यवसाय से भी जुड़ सकते हैं। जिलाधिकारी के. विजयेंद्र पाण्डियन का कहना है कि गोरखपुर में स्टेट इंस्टीट्यूट आफ होटल मैनेजमेंट खुलेगा। इसके लिए पांच एकड़ जमीन उपलब्ध करायी जा रही है। पूर्वांचल में इस तरह का संस्थान नहीं है। छात्रों को इससे काफी लाभ होगा और रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।