ससुराल वालों को बताया दरोगा, ट्रेनिंग के नाम पर लिए पैसे, अब फर्जी ID का खुलासा

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(www.arya-tv.com) पत्नी से किया वायदा, खाई हुई कसमें और उसे दिखाए झूठे ख्वाब न टूटें, इसके लिए पति बना फर्जी दरोगा. उसने ढाई साल तक पत्‍नी और ससुरालवालों को झांसा दिया. ट्रेनिंग से लेकर पोस्टिंग तक की कई झूठी कहानी सुनाई. लोगों पर वर्दी पहनकर धौंस भी जमाता. टोल-टैक्‍स नहीं देना पड़े, इसके लिए कार के डैशबोर्ड पर पुलिस की पी-कैप भी रखकर चलता. यही गलती उसे सलाखों के पीछे पहुंचा दी और आरोपी को जेल की हवा खानी पड़ी. गोरखपुर में चेकिंग के दौरान पुलिस ने उसे फर्जी दरोगा बनकर धौंस दिखाने, फर्जी आई कार्ड और कार के साथ अरेस्ट कर लिया.

 गोरखपुर के एसपी सिटी कृष्‍ण कुमार बिश्नोई ने शनिवार को घटना का खुलासा किया. उन्होंने बताया कि गोरखपुर के कैंट पुलिस ने चेकिंग के दौरान एक फर्जी दरोगा को गिरफ्तार करने में सफलता मिली है. झूठी शान-शौकत में पत्नी पूजा और ससुरालवालों को खुश करने के लिए खजनी थाना क्षेत्र के ग्राम कदराई दुर्गेश कुमार पासी को पुलिस ने अरेस्ट कर जेल भेज दिया. दुर्गेश की शादी साल 2021 में हुई थी. उसने अपने ससुरालवालों को वायदा किया था कि वो दरोगा बनकर दिखाएगा. साल 2022 में उसने पत्नी पूजा और ससुराल वालों को बताया कि वो दरोगा में भर्ती हो गया है और उसकी ट्रेनिंग सीतापुर में चल रही है.

 चेकिंग के दौरान फर्जी दरोगा हुआ गिरफ्तार
गोरखपुर के एसपी सिटी कृष्‍ण कुमार बिश्नोई ने बताया कि शनिवार को सुबह कैंट थाना क्षेत्र के इंजीनियरिंग कॉलेज के सामने चेकिंग में स्विफ्ट डिजायर के डेस्क बोर्ड पर पुलिस की पी-कैप रखी थी. उसे देखकर पुलिस ने कार को रोकने का इशारा किया. गाड़ी को चलाने वाला दुर्गेश कुमार पासी गोरखपुर के खजनी का रहने वाला है. इससे पूछताछ किया, तो उन्होंने बताया कि ये कैप उसी की है. वो फर्जी दारोगा है. पूछताछ में पता चला कि 2022 में उसने अपने परिवार के लोगों को बताया कि उसकी भर्ती दारोगा के रूप में हो गई है. उसकी पोस्टिंग सीतापुर में इनकी ट्रेनिंग हो रही है.

आरोपी के खिलाफ कई धाराओं में केस दर्ज
इंजीनियरिंग कॉलेज चौकी इंचार्ज राकेश कुमार ने चेकिंग के दौरान देखा कि एक स्विफ्ट डिजायर गाड़ी के डैशबोर्ड पर पुलिस पर धौस जमाने के लिए पी-कैप रख कर युवक गाड़ी चला रहा था. चेकिंग के दौरान कैंट थाना प्रभारी रणधीर मिश्रा व उपनिरीक्षक राकेश कुमार ने उसे रोका और पूछताछ की तो उसने बताया कि वो दरोगा है और हापुड़ में पोस्टेड है. जांच में वो फर्जी पाया गया. उसके पास से पुलिस की वर्दी, फर्जी आई कार्ड, एक स्विफ्ट डिजायर कार बरामद किया गया है. आरोपी के खिलाफ आईपीसी की धारा 170,419,420,467,468,471,474 के तहत केस दर्ज किया गया है.

एसपी सिटी ने बताया कि आरोपी गाड़ी के डेस्क बोर्ड पर पुलिस की पी-कैप रखकर टोल-टैक्‍स नहीं देना पड़े, इसके लिए धौंस जमाता रहे है. आम दिन में दारोगा होकर रौब दिखाने का काम करता था. इसे अरेस्‍ट कर जेल भेजा जा रहा है. इसके पास से स्विफ्ट डिजायर कार, यूपी पुलिस की आईडी और वर्दी बरामद की गई है. उन्होंने बताया कि आरोपी की शादी 2021 में हुई है. उसने अपनी पत्नी से वादा किया था कि वो दारोगा बनेगा. 2022 की परीक्षा इसने दी, लेकिन इसका सिलेक्शन नहीं हुआ. इसने अपने परिवार को बता दिया कि वो दारोगा बन गया है. उसके बाद से दारोगा बनकर धौंस दिखाता रहा है.