धनंजय सिंह कड़ी सुरक्षा के बीच बरेली जेल शिफ्ट, काफिले के पीछे-पीछे रहे रिश्तेदार

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(www.arya-tv.com) बाहुबली पूर्व सांसद धनंजय सिंह को जौनपुर जेल से बरेली सेंट्रल जेल लाया गया है. कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच धनंजय सिंह को शनिवार 27 अप्रैल को सेंट्रल जेल में दाखिल किया गया. इस दौरान धनंजय सिंह के काफिले के पीछे पीछे उनके रिश्तेदार और समर्थकों की गाड़ियां भी बरेली सेंट्रल जेल पहुंची. धनंजय सिंह के रिश्तेदार जमानत मिलने से खुश दिखाई दिए.

दरअसल जौनपुर जेल से धनंजय सिंह को बरेली जेल शिफ्ट किया गया है. वहीं दूसरी ओर इलाहाबाद हाईकोर्ट से धनंजय सिंह को जमानत भी मिल गई है. धनंजय सिंह के जमानत मिलने से उनके समर्थक और रिश्तेदार काफी खुश है. रिश्तेदारों का कहना है कि धनंजय सिंह को षड्यंत्र रचकर फसाया गया था और उनका कोर्ट द्वारा सजा सुनाई गई थी. अब जब धनंजय सिंह जमानत पर रिहा हो गए हैं तो वह अपनी पत्नी के चुनाव प्रचार में लगेंगे और धनंजय सिंह की पत्नी भारी मतों से जीत हासिल करेंगे.

रिश्तेदारों में रहा खुशी का माहौल
धनंजय सिंह के रिश्तेदारों का कहना है कि जौनपुर की जनता धनंजय सिंह को मसीहा मानती है और उन्हें तन मन धन से चुनाव लड़ा रही है. धनंजय सिंह के पारिवारिक जनों का कहना है कि मंगलवार तक धनंजय सिंह जेल से रिहा हो जाएंगे. वहीं उनके रिश्तेदारों का कहना है कि धनंजय सिंह के काफिले के साथ इसलिए आए थे क्योंकि पूर्व की भांति जिस तरीके से घटनाएं हुई है तो उन्हें अपने भाई की जान को खतरा नजर आ रहा था.

वहीं सेंट्रल जेल में जैसे ही धनंजय सिंह का काफिला दाखिल हुआ तो वहां पर जेल प्रशासन की तरफ से पुलिस और पीएसी को लगा दिया गया. धनंजय सिंह से मीडिया की काफी दूरी बनवा दी गई. धनंजय सिंह को एंबुलेंस में जौनपुर से बरेली लाया गया. इस दौरान लखनऊ, लखीमपुर, सीतापुर, शाहजहांपुर होते हुए धनंजय सिंह बरेली सेंट्रल जेल पहुंचे.

धनंजय सिंह नहीं लड़ सकेंगे चुनाव
फिलहाल धनंजय सिंह को इलाहाबाद हाईकोर्ट से राहत मिल चुकी है और ऐसे में फरमान आते ही वह जेल से भी रिहा हो जाएंगे. गौरतलब है कि धनंजय सिंह की पत्नी जौनपुर से बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर लोकसभा का चुनाव लड़ रही है. पहले यह माना जा रहा था कि अगर धनंजय सिंह को इलाहाबाद हाईकोर्ट से अपनी सजा पर स्टे मिल जाता है तो वह चुनाव लड़ सकते थे लेकिन 7 साल की सजा होने की वजह से धनंजय सिंह चुनाव नहीं लड़ सकेंगे लेकिन वह अपनी पत्नी की को चुनाव लड़ाएंगे.