हाथरस कांड में भी मेडिकल रिपोर्ट दबाए बैठी है पुलिस

Kanpur Zone

कानपुर(www.arya-tv.com) घाटमपुर के सजेती कांड में भी हाथरस कांड की तरह पुलिस ने पीड़िता की मेडिकल रिपोर्ट छिपा ली है। सवाल है कि आखिर पुलिस ऐसा क्यों कर रही है।  पीड़िता का मेडिकल कराने से लेकर रिपोर्ट दबाए रहने से पुलिस सवालों के घेरे में है। पीड़िता के साथ सोमवार को आरोपियों ने दुष्कर्म किया।

पुलिस ने मंगलवार शाम पहले घाटमपुर सीएचसी और फिर कांशीराम अस्पताल में मेडिकल ने कराया। दूसरे दिन बुधवार को फिर पीड़िता की कुछ जांचें कांशीराम अस्पताल में कराई गईं। डॉक्टरों ने मेडिकल रिपोर्ट पुलिस को सौंप दी हैं लेेकिन पुलिस मेडिकल रिपोर्ट बारे में जानकारी देने से इंकार कर रही है।

डीआईजी डॉ. प्रीतिंदर सिंह का कहना है कि पीड़िता की मेडिकल रिपोर्ट गोपनीय है। इसको सार्वजनिक नहीं किया जा सकता। एक अन्य पुलिस अफसर ने केवल यह जानकारी दी कि  मेडिकल रिपोर्ट में उसके नाबालिग होने की पुष्टि हुई है।

सामूहिक दुष्कर्म की वारदात में पुलिस का रवैया शुरू से ही सवालों के घेरे में रहा है। एफआईआर देर से लिखना, मेडिकल के लिए इधर से उधर चक्कर लगवाना। देर रात सीएचसी में बुलाकर लेबर रूम में पीड़िता को ठहराना, बेहद संवेदनहीनता भरा रहा है। अब मेडिकल रिपोर्ट छिपाना पुलिस की मंशा पर सवाल खड़े करता है।