कोरोना को रोकने के लिए शुरू हुई फोकस सैंपलिंग, 14 लोग मिले संक्रमित

Bareilly Zone

बरेली (www.arya-tv.com) कोविड संक्रमितों की बढ़ती संख्या के बीच अब स्कूलों में सैंपलिंग शुरू हो गई है। शासन से मिले निर्देशों के अनुसार बुधवार को शहर के एक हिंदी मीडियम व दो अंग्रेजी मीडियम स्कूलों में कोविड जांच कराई गई। इसमें इस्लामियां स्कूल में एक शिक्षक संक्रमित पाया गया। अब शिक्षक के संपर्क में आने वाले लोगों की जांच कराई जाएगी। इसके अलावा शहर के अन्य स्थानों पर हुई जांच में 14 अन्य लोग संक्रमित मिले।

शासन के निर्देश स्वास्थ्य विभाग की ओर से इन दिनों फोकस सैंपलिंग की जा रही है। इसमें रिक्शा चालक, मजदूर, मिठाई की दुकानों और स्कूलों में जांच कराई जा रही है। इसके चलते ही बुधवार को शहर के बिशप कोनरॉड, इस्लामियां समेत तीन स्कूलों में करीब दो सौ छात्र छात्राओं और कर्मचारियों की जांच कराई गई। इसमें इस्लामियां स्कूल में एक 50 वर्षीय शिक्षक संक्रमित मिले।

बताते हैं कि जब शिक्षक को जांच के लिए बुलाया गया, उससे पहले वह क्लास लेकर आए थे। शिक्षक के संक्रमित पाए जाने के बाद विद्यालय में अफरा तफरी का माहौल हो गया। इसके बाद सूचना सर्विलांस टीम को दी गई। जिससे संक्रमित से उनके संपर्क में रहे लोगों की जानकारी ली गई। इसके अलावा आरटीओ कार्यालय में तीन व शहर के अलग अलग जगहों पर लगाए गए शिविरों में भी 11 लोग संक्रमित मिले।

निजी अस्पतालों में मिले संक्रमित

निजी अस्पतालों में कोविड संक्रमित मिलने का क्रम जारी है। मंगलवार को स्टेडियम रोड स्थित एक अस्पताल में फर्रुखाबाद कायमगंज निवासी मरीज संक्रमित मिला था। अब पीलीभीत बाइपास स्थित एक अस्पताल में भी कोरोना संक्रमित मिला है। इसके बाद भी निजी अस्पतालों में कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।

खत्म हो गए होल्डिंग एरिया

कोविड गाइड लाइन के अनुसार निर्देश दिए गए थे कि सभी निजी अस्पताल अपने कैंपस में एक होल्डिंग एरिया बनाएंगे। जिसमें मरीज को कोविड जांच तक रोककर रखा जाएगा। कोविड जांच होने के बाद ही उसका सामान्य इलाज शुरू किया जाएगा। लेकिन संक्रमण की रफ्तार कम हुई तो मरीजों ने इस पर ध्यान देना बिल्कुल बंद कर दिया।

जारी रहेगी स्कूलों में सैंपलिंग

सीएमओ डा. एस के गर्ग ने बताया कि फोकस सैंपलिंग होली से एक दिन पहले जारी रहेगी। इसमें स्कूलों पर खास ध्यान दिया जाएगा। फोकस सैंपलिंग के दौरान ही देखा जाएगा कि स्कूलों में कोविड मानकों का पालन किया जा रहा है या नहीं।