एसआरएमयू में विज्ञान और प्रौद्योगिकी में बौद्धिक संपदा अधिकारों की भूमिका पर पांच दिवसीय कार्यशाला का आयोजन

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बाराबंकी। श्री रामस्वरूप मेमोरियल विश्वविद्यालय देवा रोड लखनऊ अपनी स्थापना से आज तक निरंतर शिक्षा एवं शोध के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य कर रहा है जो कि विश्वविद्यालय के कुलाधिपति इंजीनियर पंकज अग्रवाल, प्रतिकुलाधिपति इंजीनियर पूजा अग्रवाल, कुलपति प्रोफेसर (डॉ.) देवेन्द्र कुमार शर्मा, कुलसचिव डॉ. नीरजा जिंदल, शोध और परामर्श विभाग की निदेशक डॉ. शिखा सिंह के अथक प्रयासों से ही संभव हो पा रहा है। सोमवार 19 फरवरी 2024 को विश्वविद्यालय में बौद्धिक संपदा अधिकार प्रकोष्ठ द्वारा यूपी.सी.एस.टी द्वारा वित्त पोषित विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी में बौद्धिक संपदा अधिकारों की भूमिका विषय पर पांच दिवसीय कार्यशाला के आयोजन का शुभारंभ किया गया।

कार्यशाला का शुभारंभ दीप प्रज्वलन, कुलगीत और सरस्वती वंदना से किया गया। पाँच दिवसीय कार्यशाला में उपस्थित मुख्य अतिथि डॉ. दिनेश राज मोदी, प्रोफेसर, बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय और विभिन्न प्रतिष्ठित वक्ता डॉ. कैलाश चंद्र खुल्बे, मुख्य वैज्ञानिक, आई.आई.टी.आर, डॉ. अमित कुमार सिंह प्रोफेसर बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय, डॉ. मोनिका शर्मा सहायक प्रोफेसर बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय, सुश्री ज्योति चौहान मुख्य प्रबंधक आई.पी.आर, डॉ. नितिन शर्मा प्रोफेसर एमिटी यूनिवर्सिटी ने बौद्धिक संपदा अधिकारों के अनुप्रयोगों पर अपने अपने व्याख्यानों को सभागार में उपस्थित संकाय सदस्यों और विद्यार्थियों के सम्मुख साझा किया। इस वित्त पोषित कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य छात्रों और संकाय सदस्यों के बीच बौद्धिक संपदा अधिकारों के बारे में जागरूकता पैदा करना था।  डॉ. पूजा यादव, संयुक्त निदेशक, यूपी.सी.एस.टी द्वारा प्रख्यात वक्ताओं को सम्मानित कर और प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरण कर पाँच दिवसीय कार्यशाला के अंतिम दिन का समापन किया गया।