(विपुल लखनवी ब्यूरो प्रमुख पश्चिमी भारत)
(www.arya-tv.com)नवी मुंबई। आपकी गाड़ी यदि हाईवे पर पंचर हो जाती है तो फुटपाथ पर बैठे हुए पंचर बनाने वाले मनमाना दाम वसूलते हैं। लेकिन यदि मनमानी भारत पैट्रोलियम डीलर की पेट्रोल पंप पर हो तो आदमी क्या करें? ऐसी ही एक घटना कोपरखैरणे निवासी विपुल लखनवी के साथ घटित हुई। जब उनकी कार में पंचर हो गया और एक पंचर को बनाने में लागत ₹850 वसूल की गई। बस केवल इतना हुआ की पंचर बनाने वाले को सेक्टर 13 के भारत पेट्रोलियम पंप से सेक्टर 7 डी मार्ट के पीछे लगभग 1 किलोमीटर आना पड़ा।
यह घटना 21 तारीख की है जब विपुल जी की कार में पंचर हो गया और वह पेट्रोल पंप से मिस्त्री को बुलाने के लिए गए। मिस्त्री उनके साथ आ गया और स्टेपनी को कार में लगाकर विपुल जी के साथ पेट्रोल पंप चला गया। वहां पर उसने पंचर को पहिए को खोलकर बनाया और बाद में ₹850 वसूल किए। इतनी लागत से विपुल जी आश्चर्यचकित रह गए लेकिन उन्होंने पैसा वहां पर पंचर की दुकान के मालिक मलयाली जिसको सब लोग अन्ना कहते हैं उसको दे दिए।
एक पंचर की कीमत ₹850 शायद कहीं पर नहीं वसूली जाती है लेकिन भारत पेट्रोलियम के पेट्रोल पंप की भूमि पर इतना पैसा वसूल करना आश्चर्यचकित अवश्य करता है। क्या नितिन गडकरी जी पेट्रोलियम पंप की भूमि पर स्थापित पंचर बनाने वालों के लिए कोई गाइडलाइंस बनाएंगे। एक पंचर बनाने की कीमत को निर्धारित करने का कष्ट करेंगे। इस पत्र के माध्यम से यह मांग की जाती है कि परिवहन मंत्री इस विषय में ध्यान दें और पेट्रोल पंप पर पंचर बनाने वाले मजदूरों की कीमत निर्धारित करें जिससे कि वह मनमानी कीमत न वसूलें।