(www.arya-tv.com) मेरठ में गुरुवार रात करीब 9.30 बजे जब पीवीएस माल में आग लगी तब तीनों स्क्रीन में मूवी चल रही थी। सभी शो हाउस फुल थे। सैकड़ों लोग अपने दोस्तों, रिश्तेदारों और स्वजन के साथ मौजूद थे। इसी बीच आग का शोर मचा तो अफरातफरी मच गई। किसी का बैग छूट गया तो कोई जूते छोड़कर निकल भागा। कोई बच्चों को संभालने में जुटा था तो कोई बुजुर्गों को। हर किसी की यही कोशिश कि इस भीड़ में अपने न बिछुड़ जाएं। कुछ युवकों ने बहादुरी दिखाते हुए दूसरों को बचाने में भी जी जान लगा दी। गिरते-पड़ते लोग किसी तरह बाहर निकले तो उन्हें यही महसूस हुआ, मानो जिंदगी की जंग जीतकर आए हों। सबकी जुबान पर एक ही बात थी कि-मौत साक्षात सामने थी…बस भगवान का शुक्र है।
भीड़ में फंसी दो सहेलियां
आरआरआर मूवी देखने आईं विशाखा ने बताया कि आग की सूचना मिली तो वह डर गई थीं। अपनी सहेली सोनिया के साथ तेजी से बाहर की ओर भागीं। सभी एक दूसरे को पीछे छोडऩे की कोशिश करते हुए किसी तरह बाहर निकल सकीं। इस दौरान चारों ओर धुआं ही धुआं था। आंखों में भी जलन होने लगी थी। चीख-पुकार सुनकर और भी दहशत पैदा हो रही थी। गनीमत रही कि सकुशल बाहर आ गए। आपाधापी में कई लोग गिरकर घायल भी हो गए।