किसानों ने दो और गेहूं खरीद केंद्र खोलने की मांग उठाई, बताई अपनी समस्याएं

Agra Zone

(www.arya-tv.com) खेतों में गेहूं की बालियां पकने को तैयार है और एक अप्रैल से गेहूं खरीद भी होनी है। गत वर्ष कई ऐसे क्षेत्रों में खरीद केंद्र नहीं बना था, जहां गेहूं उत्पादन बेहतर होता है। इसके साथ ही खरीद केंद्र पर किसानों को होने असुविधाओं के लिए भी किसानों के साथ वार्ता की जानी चाहिए, जिससे अड़चन न आए। इसको लेकर भारतीय किसान संघ ने जिलाधिकारी प्रभु एन सिंह मांग की है।

किसान संघ के प्रदेश मंत्री मोहन सिंह चाहर ने कहा कि जिलाधिकारी से कहा कि केंद्रों पर हर वर्ष असुविधाएं होती है। तीखी धूप में किसानो के लिए त्रिपाल से छाया की व्यवस्था नहीं की जाती है, तो पानी की उपलब्धता भी नहीं होती है। गोदाम गेहूं लेने में देरी करते हैं, जिससे खरीद केंद्रों से गेहूं उठान में देरी होती है। इस कारण किसानों को खरीद केंद्र पर गेहूं विक्रय के लिए इंतजार करना होता है।

केंद्रों पर गेहूं खुले में पड़ा रहता है तो किसानों का गेहूं भी ट्राली में लदा हुआ लंबा इंतजार करता है। ऐसे में मौसम खराब होने पर बड़ा नुकसान होने की आशंका बनी रहती है। गत वर्ष जैंगारा, किरावली में केंद्र नहीं खुले, जबकि दोनों क्षेत्रों में अधिकतर किसान गेहूं की खेती करते हैं। ऐसे में इन केंद्रों के किसानों को अछनेरा, फतेहपुर सीकरी के केंद्रों तक जाना पड़ा, जिसके लिए अधिक भाड़ा भी खर्च हुआ।

रामबाग स्थित भारतीय किसान संघ कार्यालय पर रविवार को आयोजित प्रांतीय बैठक में आगामी कार्ययोजना, संगठन विस्तार आदि बिंदुओं पर चर्चा हुई। किसानों की समस्या समाधान, जलसंरक्षण, जैविक खेती, फसलों को बाजार मिलने पर चिंतन किया गया। किसानों को लागत पर लाभाकारी मूल्य मिले इसकी व्यवस्था होनी चाहिए। इस दौरान क्षेत्र संगठन मंत्री सोनपाल, प्रांत अध्यक्ष गुलवीर सिंह, ऋषि कुमार, मोहन सिंह चाहर, धर्मेद्र, देवेंद्र सिंह लोधी, हरीश दुबे आदि मौजूद थे।