- अंबालिका इंस्टीट्यूट में आयोजित 7वें अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में डॉ. राजेश्वर सिंह ने की सहभागिता, युवाओं को नवाचार के प्रति किया प्रेरित
- युवाओं की नवाचार में उल्लेखनीय भूमिका से विश्व में बढ़ी भारत की साख : डॉ. राजेश्वर सिंह
भारत में नवाचार के लिए चुनौतियों और अवसरों के 7वें अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में शामिल हुए सरोजनीनगर विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने युवाओं को नवाचार, अनुसंधान और रचनात्मकता को बढ़ावा देने पर बल दिया। अंबालिका इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी में आयोजित इस अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में डॉ. राजेश्वर सिंह ने नवाचार को प्रोत्साहित करते हुए इसके नए-नए अवसरों को रेखांकित किया तथा आने वाली चुनौतियों से भी अवगत कराया। विधायक ने अपने प्रभावशाली विचारों से कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों पर अमिट प्रभाव छोड़ा।
बौद्धिक आदान-प्रदान और दूरदर्शी अंतर्दृष्टि के साथ भारत में नवाचार के संबंध में वर्तमान चुनौतियों से निपटने के लिए अंबालिका इंस्टीट्यूट में आयोजित 7वें अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए डॉ. राजेश्वर सिंह का इंस्टीट्यूट के कार्यकारी निदेशक अंबिका मिश्रा ने स्वागत किया, सम्मेलन के दौरान उपस्थित उल्लेखनीय हस्तियों में मुख्य अतिथि विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह, अंबालिका इंस्टीट्यूट के कार्यकारी निदेशक अंबिका मिश्रा, एआईएमटी निदेशक सेवानिवृत्त डॉ. प्रोफेसर आशुतोष द्विवेदी, एमएनएनआईटी प्रयागराज प्रो एके मिश्रा, वाराणसी इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस के प्रोफेसर जी.पी.सिंह, वार्विक यूनिवर्सिटी के अमीर रजा, एचकेयूएसटी हांगकांग के डॉ. अभिषेक कुमार श्रीवास्तव, इंस्टीट्यूट की अतिरिक्त निदेशक प्रोफेसर डॉ. श्वेता मिश्रा और विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधि और वक्ताओं ने अपने दृष्टिकोण पेश किए।
डॉ. राजेश्वर सिंह ने भारत की नवाचार की उल्लेखनीय उपलब्धियों और क्षमताओं पर चर्चा करते हुए कहा कि आज भारत विश्व इनोवेशन इंडेक्स में 80 से 40वें स्थान पर पहुंच चुके है। भारत के पास सर्वोत्तम शोध संस्थान हैं। इसरो और डीआरडीओ में सर्वश्रेष्ठ वैज्ञानिक है जिनके परिश्रम व प्रयासों से भारत चंद्रमा पर पहुंचने वाला चौथा देश बन गया। हमारा देश विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के मामले में निरंतर प्रगति कर रहा है। आज भारत के पास सर्वोत्तम रक्षा मशीनरी है, जिसे 85 देशों में निर्यात किया जा रहा है। देश के इंजीनियरिंग कॉलेज के पढ़े हमारे युवा देश को नई उचाईयों पर लेकर जा रहे है।
डॉ. सिंह ने आने वाली चुनौतियों से अवगत कराते हुए बताया कि बढ़ते वायु प्रदूषण के कारण भारत में लगभग 24 लाख लोगों की असामयिक मृत्यु हो रही है। इस दौरान विधायक ने युवाओं को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के दुष्प्रभावों से निपटने के लिए नवाचार के महत्व से अवगत कराया। सतत विकास के लिए नवाचार अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा अनेक योजनाओं के माध्यम से अनुसंधान एवं नवाचार को प्रोत्साहित करने के लिए निरंतर बढ़ावा दिया जा रहा है।
अपने संबोधन में डिजिटल साक्षरता पर जोर देते हुए डॉ. सिंह ने कहा कि आने वाले समय में 8.5 मिलियन नौकरियां डिजिटल होंगी, इसलिए हमें देश के हर कोने में, हर गांव में डिजिटल शिक्षा का प्रसार करना है, जिसमें नवाचार की भूमिका अहम है। जब भारत में स्टार्टअप इंडिया प्रारंभ हुआ था उस समय देश में मात्र 400 स्टार्टअप थे लेकिन वर्तमान में यह संख्या 1 लाख से अधिक हो चुकी है जिसमें से 100 से अधिक यूनिकॉर्न हैं। भारत अप्रत्यक्ष गति से विकास कर रहा है, भारत का हायर शिक्षा उच्च शिक्षा का उत्कृष्ट बुनियादी ढांचा है तथा देश के पास असीमित कौशल और क्षमता है, साथ ही सोलर एनर्जी, हेल्थ सेक्टर समेत अनेक क्षेत्रों में नवाचार के ढेरों अवसर है।