- हमारे समय में राम मंदिर का निर्माण हुआ, अगली 20 पीढ़ियां हमें इसी पहचान से याद रखेंगी – डॉ. राजेश्वर सिंह
- आदर्श सुविधा, व्यवस्था और नियमित संचालन की वजह से ‘रामरथ श्रवण अयोध्या यात्रा’ सरोजनीनगर वासियों के दिल के सबसे करीब – डॉ. राजेश्वर सिंह
- जय श्रीराम उद्घोष के साथ अयोध्या दर्शन को रवाना हुए सरोजनीनगर के श्रद्धालु, डॉ. राजेश्वर सिंह ने 32वीं रामरथ यात्रा को दिखाई हर झंडी
- सरोजनीनगर के श्रवण कुमार : डॉ. राजेश्वर सिंह ने 32 रामरथ श्रवण अयोध्या यात्राओं का संचालन कर हजारों राम भक्तों को कराया रामलला के दर्शन
लखनऊ। सरोजनीनगर विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने नटकुर मैदान से 32वीं रामरथ श्रवण अयोध्या यात्रा (निःशुल्क) बस सेवा को हरी झंडी दिखाई। इस यात्रा के अंतर्गत दो बसों से रनियापुर और सरोसा-भरोसा के बुजुर्गों और महिलाओं को अयोध्या ले जाकर राम मंदिर, हनुमान गढ़ी, सरयू घाट, राम की पैड़ी, दशरथ महल और अन्य महत्वपूर्ण स्थलों के दर्शन कराया गया। विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने स्वयं सभी तीर्थयात्रियों को पटका पहनाकर बस में बिठाया।
डॉ. राजेश्वर सिंह ने नटकुर में 32वीं रामरथ श्रवण अयोध्या यात्रा को रवाना करते हुए कहा राम मंदिर का निर्माण पूर्वजों के संघर्षों का सुखद परिमाण है, विधायक ने कहा हमारी अगली बीस पीढ़ियां हमें इस बात के लिए याद रखेंगी कि हमारे जीवनकाल में अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण हुआ। विधायक ने चुनाव प्रचार का समय याद करते हुए कहा कि उसी समय जनता के अंदर राम मंदिर निर्माण, उसके स्वरुप और दर्शन को लेकर अद्भुत जिज्ञाषा थी। विधायक ने बताया उसी समय राम रथ के संचालन का संकल्प लिया था, 27 सितम्बर 2022 को पहली रामरथ श्रवण अयोध्या यात्रा संचालित हुई, जो निरंतर जारी है।
डॉ. सिंह ने राम मंदिर के बारे में बताते हुए कहा मंदिर निर्माण में न ही स्टील का प्रयोग हुआ न ही सीमेंट का का प्रयोग हुआ है। भगवान् राम की प्रतिमा भी इतनी मनमोहक है कि उसमें भगवान् के बाल्य, देव और राजकुमार तीनों रूपों के दर्शन होते हैं। डॉ. सिंह ने सरयू नदी के महत्व बारे में बताते हुए कहा कि सरयू स्नान से सभी तीर्थों के दर्शन का पुण्य लाभ प्राप्त होता है।