डॉ. प्राणेश कुमार ने गोरखपुर में व्याख्यान दिया

Lucknow

मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, गोरखपुर में सात दिवसीय फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम का आयोजन किया गया, जिसका शीर्षक मानव शरीर में आधुनिक औषधि का संचरण था, जिसमें इंस्टिट्यूट ऑफ़ फार्मास्यूटिकल साइंसेस, लखनऊ विश्वविद्यालय के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. प्राणेश कुमार को अतिथि वक्ता के रूप में आमंत्रित किया गया था। डॉ. कुमार ने अपने व्यख्यान में बताया की जीवनघाती जटिल बीमारीओं के इलाज के लिए हम जिन एलोपैथिक औषधियो का प्रयोग करते है वो इलाज के साथ बहुत सी हानिकारक प्रभाव हमारे शरीर में डालती है। जैसा की विदित है जिन भी औषधियो हम खाते है वह हमारे सभी अंगो में जाता है और प्रमुख दुष्प्रभाव के रूप में लिवर टॉक्सिसिटी, किडनी टॉक्सिसिटी, कार्डिओ टॉक्सिसिटी, लंग टॉक्सिसिटी आदि करता है।

डॉ. कुमार ने बताया इन सभी दुष्प्रभावों से बचने के लिए मेडिकल साइंस में इलाज का एक नया तरीका अपनाया जाना चाहिए जो की वीमारी व प्रभावी अंग के ऊपर केंद्रित होना चाहिए जिससे औषधि किसी दूसरे स्वस्थ अंग को छति न पहुँचा सके। डॉ. कुमार ने कैंसर के इलाज के लिए लछ्य केंत्रित तकनिकी का प्रयोग कर के प्रायोगिक चूहों पर सफल अनुसन्धान किया है जो की विश्व के प्रमुख जर्नल एल्सवेयर में प्रकाशित किया है। अपने शोध कार्यो के लिए डॉ. कुमार ने लखनऊ विश्वविद्यालय व कुलपति का आभार व्यक्त किया।