- विपुल लखनवी, ब्यूरो प्रमुख पश्चिम भारत
कर्नाटक में श्रीहनुमान जी की जन्मस्थली गंगावती में स्ट्रीट लाइट के खम्भों पर गदा, धनुष और तीर जैसे प्रतीक बने थे। ज्ञात हो गंगावती हिंदुओं का प्रसिद्ध तीर्थस्थल है यह भगवान श्रीराम और हनुमानजी से जुड़ा है और यह हनुमान जी की जन्मस्थली भी है।
इसीलिए पूर्व बीजेपी सरकार ने यहां के स्ट्रीट लाइट पोल्स को रामायण के प्रतीकों से सजाया था लेकिन अब कट्टर इस्लामी पार्टी SDPI ने कर्नाटक सरकार को पत्र लिखा कि ये प्रतीक सामाजिक शांति के लिए खतरा हैं। जिनको हटाने के लिए कांग्रेस की सरकार ने आदेश जारी कर दिया है।
अब सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का उल्लंघन करते हुए लाउडस्पीकर के माध्यम से अज़ान का प्रसारण किया जाता है। तर्क है अज़ान से कोई चिंता पैदा नहीं होती है और न ही सांप्रदायिक सद्भाव के लिए कोई कथित खतरा होता है।
ज्ञात हो एसडीपीआई के पत्र पर कार्रवाई करते हुए तुरंत ही कर्नाटक सरकार ने इन लाइट पोल से हिंदू प्रतीकों यानी गदा तीर धनुष इत्यादि को तुरंत न सिर्फ हटाने का आदेश दिया बल्कि उस इंजीनियर पर कड़ी कार्रवाई करने और उस ठेकेदार को जिसने यह लगाए थे उनको ब्लैक लिस्ट करने का भी आर्डर दिया है जिससे सिद्ध होता है कि कांग्रेस भगवान श्रीराम को बर्दाश्त नहीं कर सकती है।