नाला सफाई के नाम पर लूटे जा रहे व्यापारी, मालामाल हो रहे जेई अभिषेक गुप्ता

## Lucknow UP

(किसी भी प्रकार के भ्रष्टाचार की जानकारी अगर आपके पास है तो 7007096037 पर संपर्क करें। आपका नाम और पता गोपनीय रखा जाएगा)

  • अभिषेक गुप्ता जेई के माध्यम से होता है पैसों का लेनदेन

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में भ्रष्ट और कामचोर अफसरों पर सीएम योगी का चाबुक चल रहा है। जुलाई 31 तक सभी विभागों से लिस्ट मांगी गई है। बावजूद इसके नगर निगम के कुछ कर्मचारी और अधिकारी ऐसे हैं जो सुधरने का नाम नहीं ले रहे। सीएम योगी आदित्यनाथ के सख्त निर्देशों के बाद लखनऊ नगर आयुक्त से लेकर मेयर तक सख्त हैं। सभी ने नगर निगम लखनऊ को भ्रष्टाचार से मुक्त कराने के लिए मुहिम छेड़ रखी है।

इस मुहिम में वो अधिकारी और कर्मचारी रोड़ा बने हैं जो भ्रष्टाचार के दलदल में अंदर तक सने हुए हैं। जिनकी नियत ही बन चुकी है भ्रष्टाचार की मलाई काटना। ताजा मामला सामने तब आया जब बारिश होने से पहले नगर आयुक्त इंद्रमणि त्रिपाठी ने नगर अंभियंताओं को नाले सफाई की नोटिस दी। आनन—फानन में अधिकारियों ने कमर कसी।

वहीं कुछ के लिए यह एक सुनहरा मौका था कमाई का। जोन—8 के नगर अभियंता अमर नाथ और पूर्व  एई पीके श्रीवास्तव ने एक योजनाबद्ध तरीके से पैसा कमाने का साधन खोज ही निकाला। इस योजना में यह नियम बनाया कि अगर कोई व्यवसायिक प्रतिष्ठान अपने सामने का नाला सफाई नहीं करवाना चाहता है तो वह पैसा देकर उसको छोड़ देंगे। यह मामला पूरी तरह से सच्चा है जांच के दायरे में हैं। पूरे जोन—8 में इस तरह के सैकड़ों मामले संज्ञान में आये हैं जिसकी जानकारी किसी भी टूटे हुए व्यवसायिक प्रतिष्ठान से ली जा सकती है।

इस पूरे मामले में यह बात सामने आयी है कि जिन लोगों ने 30,000 रूपये दे दिये थे उनके सामने का नाला वैसे ही छोड़ दिया गया था और जिन लोगोें ने पैसे नहीं दिये थे उनके सामने का नाला तोड़ दिया गया इस मामले में एक कमेटी बना कर जांच करायी जाये तो मामला पूरी तरह से स्पष्ट हो जायेगा।

कई व्यवसायियों ने आर्यटीवी से बातचीत के दौरान बताया कि जेई अभिषेक गुप्ता द्वारा 10 से 30 हजार रूपए के बीच अवैध वसूली की गई है।

इस मामले में इंद्रमणि त्रिपाठी का कहना है कि जांच कराई जाएगी। अगर किसी भी प्रतिष्ठान से पैसे के ​लेनदेन का मामला सामने आया तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।

(अगली सीरीज में पढ़िए जोन 8 के जेई अभिषेक गुप्ता पैसा लेकर पार्कों में खड़ी करवाते हैं गाड़ियां)