(www.arya-tv.com)सिंगापुर में कोरोना के नए स्ट्रेन ने चिंता बढ़ा दी है। यह स्ट्रेन बच्चों पर ज्यादा असर डाल रहा है। ऐसे में वहां प्राइमरी-सैकेंडरी स्कूल और जूनियर कॉलेज बुधवार से बंद करने का फैसला लिया गया है। अब बच्चों को घर से ही वर्चुअली पढ़ाई करवाई जाएगी।
शिक्षा मंत्री चान चुन सिंग ने बताया कि वायरस के नए स्ट्रेन ज्यादा संक्रामक हैं और ऐसा लगता है कि ये बच्चों को ज्यादा अपनी गिरफ्त में ले रहे हैं। यह हम सभी के लिए चिंता की बात है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि नए वायरस से संक्रमित कोई भी बच्चा गंभीर रूप से बीमार नहीं है।
बीते दिन 5.24 लाख केस, 10,699 मौतें
दुनियाभर में कोरोना महामारी अपना कहर बरपा रही है। हालांकि, बीते कुछ दिनों में वायरस की रफ्तार में कुछ कमी देखी गई है। पिछले 24 घंटे में दुनिया में 5 लाख 34 हजार 257 लोगों में कोरोना की पुष्टि हुई। इस दौरान 10,699 लोगों की मौत भी हुई। महामारी से सबसे ज्यादा प्रभावित देश अमेरिका में मौत का आंकड़ा 6 लाख के पार पहुंच गया है। यहां अब तक 6 लाख 533 लोगों को कोरोना की वजह से जान गंवानी पड़ी है।
भारत में अब भी सबसे ज्यादा केस मिल रहे
दुनिया में अब भी सबसे ज्यादा केस भारत में ही मिल रहे हैं। यहां बीते दिन 2.62 लाख नए संक्रमितों की पहचान हुई। इसके बाद ब्राजील में 33,631, अर्जेंटीना में 28,680 और अमेरिका में 25,030 लोगों में कोरोना की पुष्टि हुई।
सबसे ज्यादा मौतें भी भारत में हो रहीं
एक दिन में कोरोना की वजह से जान गंवाने वालों की बात करें, तो यहां भी भारत ही टॉप पर बना हुआ है। बीते दिन भारत में 4,340 लोगों की मौत हुई। इसके बाद ब्राजील में 1,039, कोलंबिया में 509 और अर्जेंटीना में 505 लोगों की कोरोना की वजह से मौत हुई।
कोरोना अपडेट्स
- सिंगापुर में कोरोना के मामले बढ़ने की आशंका के बीच सरकार ने सभी स्कूलों को बंद करने की घोषणा कर दी है। सिंगापुर सरकार ने रविवार को चेतावनी देते हुए कहा कि भारत में पाया गया कोरोना वायरस का वैरिएंट बच्चों पर बुरा असर डाल सकता है।
- सऊदी अरब ने पिछले साल मार्च से बंद अंतरराष्ट्रीय उड़ानों से रोक हटा ली है। साथ ही अपने जमीन और समुद्र के बॉर्डर भी खोल दिए हैं। लेबनान, यमन, ईरान और तुर्की के लिए प्रत्यक्ष रूप से जाने-आने वाली उड़ानों पर रोक बरकरार रहेगी।
- करीब पांच महीने बाद ब्रिटेन के रेस्त्रां, पब और बार को इंडोर सेवाएं देने की मंजूरी मिल गई। आधी रात से ही लोग पबों और बार के बाहर सैकड़ों की संख्या में पहुंच गए थे। पर फास्ट फूड, रेस्त्रां और होटल इंडस्ट्री से जुड़े लोग चिंतित दिखे। दरअसल तीन लॉकडाउन और ब्रेक्जिट के बाद अच्छे शेफ, बार टेंडर, वेटर और डाइनिंग स्टाफ की भारी कमी हो गई है।