शिक्षण संस्थानों में कोरोना वायरस की दहशत, नहीं शुरू हो पा रही है कक्षाएं

Lucknow

लखनऊ(www.arya-tv.com) लखनऊ विश्वविद्यालय में छह से अधिक शिक्षकों के कोरोना संक्रमित होने व पूर्व परीक्षा नियंत्रक के निधन के बाद से दहशत का माहौल है। होली की छुट्टी खत्म होने के बाद भी बृहस्पतिवार को परिसर में सन्नाटा रहा और कक्षाएं भी नहीं चलीं। सहयुक्त कॉलेजों की भी कमोबेश यही स्थिति रही है। वहां भी क्लासेज शुरू नहीं हो सकीं।

बृहस्पतिवार सुबह पूर्व शिक्षक के कोरोना संक्रमित होने के बाद निधन की सूचना से लविवि परिसर में काफी दहशत का माहौल था। काफी शिक्षक आए ही नहीं, जो आए भी वो अपने कमरे में ही रहे। काफी शिक्षक कोरोना टीकाकरण की तैयारी में लगे थे।

विद्यार्थियों की संख्या भी काफी कम रही और क्लास नहीं चली। दोपहर होते-होते परिसर में पूरी तरह सन्नाटा पसर गया था और विभाग भी खाली हो गए थे। संक्रमण बढ़ने की वजह से कॉलेज भी अभी कक्षाओं को लेकर कोई निर्णय नहीं ले पा रहे हैं। कुछ कॉलेजों ने विवि प्रशासन से इसके लिए संपर्क किया है। हालांकि अभी वो खुद पसोपेश की स्थिति में हैं।

आज लगेगा जांच का कैम्प

लखनऊ विश्वविद्यालय में काफी संख्या में शिक्षकों के संक्रमित होने के बाद शुक्रवार को पैवेलियन ग्राउंड (प्रॉक्टर ऑफिस के सामने) कोविड जांच शिविर लगाया जा रहा है। प्रॉक्टर प्रो. दिनेश कुमार ने कोविड जांच के लिए सुबह 11 बजे से दोपहर 01 बजे तक शिक्षकों से पहुंचने को कहा है। इससे पहले रजिस्ट्रार डॉ. विनोद कुमार सिंह ने जिला प्रशासन को पत्र भेजकर विवि में मास टेस्टिंग के लिए जांच कैंप लगाने की मांग की थी।

कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए लविवि कर्मचारी परिषद के पूर्व अध्यक्ष रिंकू राय ने लविवि प्रशासन से शिक्षकों, कर्मचारियों व विद्यार्थियों के टीकाकरण की मांग की है। रजिस्ट्रार को पत्र भेजकर उन्होंने कहा है कि इस समय सभी जगह नि:शुल्क टीकाकरण की व्यवस्था है।

विवि स्थित डिस्पेंसरी में इसके लिए कैम्प लगाकर टीकाकरण किया जाना चाहिए। कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के साथ ही एक अप्रैल से डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी (एकेटीयू) में नए सेमेस्टर की पढ़ाई शुरू हुई है। हालांकि अधिकतर जगह पहले दिन क्लास नहीं हुई। कुछ कॉलेजों ने अपने स्तर से एक सप्ताह क्लास स्थगित करने का निर्णय लिया है तो कुछ जगह पर स्टूडेंट्स ही नहीं आए।

वहीं विवि प्रशासन ने कहा है कि कॉलेज प्रशासन ऑनलाइन या ऑफलाइन क्लास चलाने का निर्णय परिस्थितियों के अनुसार ले सकते हैं। प्रति कुलपति प्रो. विनीत कंसल ने बताया कि कॉलेजों को पूर्व में हुई बैठक में इसके लिए निर्देश दिए गए हैं।