जागरूक लोग ही तोड़ रहे यातायात के नियम

Lucknow
  • यातायात नियमों को न मानने वालों में सबसे ज्यादा माननीय
  • इसके बाद अधिवक्ता, पुलिसकर्मी, डॉक्टर और पत्रकार
  • नो पार्किंग जोन से एक माह में 310 वाहनों का किया गया चालान

लखनऊ । कहते है कि जागरूकता न होने के कारण लोग यातायात नियमों का पालन नहीं करते लेकिन राजधानी में स्थिति एकदम से उलट है। यहां पर तो माननीय, नौकरशाह व प्रबुद्ध वर्ग ही यातायात नियमों को तोड़ने में सबसे आगे है। यह हम नहीं कह रहे है बल्कि यातायात विभाग द्वारा पिछले एक माह के अंदर नो पार्किंग जोन से चालान कटे वाहनों का आकड़ा बयां कर रहा है। एक माह के अंदर 310 वाहनों का चालान यातायात विभाग द्वारा काटा गया है। इसमें देखा गया तो सबसे अधिक चालान माननीय व अफसरों के वाहनों का है।

उत्तर प्रदेश की राजधानी के अंदर जाम की समस्या से निपटने के लिए 11 नो पर्किंग जोन 17 जुलाई को घोषित किया गया था। जिसमें एक सप्ताह तक जागरूकता अभियान चलाया गया। इसके बाद 24 जुलाई से नो पर्किंग जोन में वाहन खड़ी मिलने पर उसकी के खिलाफ कार्रवाई करते जुमार्ना शुल्क वसूला गया। जेसीपी लॉ उपेंद्र कुमार अग्रवाल ने बताया कि इस एक माह अभियान के दौरान 11 नो पार्किंग जोन से 58 दो पहिया वाहन, पांच तीन पहिया वाहन, 1595 चार पहिया वाहनों को मिलाकर कुल मिलाकर 1658 वाहनों का चालान किया गया। उक्त अभियान के क्रम यातायात पुलिस द्वारा आम नागरिकों के साथ-साथ तथा कथित प्रभावशाली व्यक्तियों के वाहनों पर भी कार्रवाई की गई। जिसमें उत्तर प्रदेश शासन व सरकार, न्यायिक सेवा, पुलिस, आर्मी राजनैतिक पार्टियों से संबंधित, डाक्टर व प्रेस की गाड़ियों जो नो पार्किंग जोन में खड़ी पाई यी उनको भी टो कर नियमानुसार कार्रवाई की गई। अभियान के दौरान 102 वाहन उत्तर प्रदेश सरकार व शासन के, 61 वाहन न्यायिक जज व अधिवक्ता के, 68 पुलिस कर्मी व आर्मी, 38 राजनैतिक पार्टियों से संबंधित, 22 वाहन डॉक्टर के, 19 वाहन प्रेस व पत्रकर को मिलाकर 310 वाहनों का चालान किया गया।

जेसीपी लॉ उपेंद्र कुमार अग्रवाल ने बताया कि नो पार्किंग जोन में कोई अपना वाहन न खड़ा करे। इस संबंध में लगातार जागरूक किया जा रहा है। इसके बाद भी जो लोग इसका पालन नहीं कर रहे है उनके वाहन का चालान किया जा रहा है। इसमें पूरी तरह से पारदर्शिता बरती जा रही है। ताकि पुलिस व यातायात पर कहीं से कोई आरोप न लग सके। नियम का पालन न करने वालों से सख्ती से पेश आया जाएगा। चूंकि शहर में लगने वाले जाम की समस्या को लेकर कमिश्नरेट पुलिस गंभीर है।