नवनिर्मित ‘नवरस सभागार एवं शोध संस्थान’ का उद्घाटन नगर प्रमुख गणेश केसरवानी ने किया

Lucknow

व्यंजना आर्ट एण्ड कल्चर सोसाइटी द्वारा नवनिर्मित नवरस सभागार एवं शोध संस्थान का उद्घाटन नगर प्रमुख गणेश केसरवानी, पूर्व कुलपति प्रो. स्वतंत्र शर्मा एवं बायोवेद रिसर्च इंस्टिट्यूट के निदेशक डॉ. बी. के. द्विवेदी जी ने किया।
संस्था की सचिव डॉ. मधु शुक्ला ने अतिथियों का स्वागत एवं संस्था की गतिविधियों से सभी को परिचित कराया।
महापौर जी ने कहा ‘हमारे शहर में ऐसे शोध संस्थान का निर्माण अत्यंत आवश्यक है क्यूंकी विद्यार्थियों को पढ़ने एवं शोध कैसे किया जाए इस में मार्गदर्शन की बहुत जरूरत है और मुझे पूरा विश्वास है की यहाँ से वह सहयोग उन विद्यार्थियों को मिलेगा साथ ही यह सभागार प्रयाग की सांस्कृतिक गतिविधियों को बल प्रदान करेगा, मैं मानता हूँ की ऐसा कार्य करने के लिए बहुत साहस की जरूरत होती है और डॉ मधु शुक्ला जैसे तपस्वी ही ऐसे कार्य को साकार कर पाते हैं, हम प्रयाग के घाटों को भी जागृत करने का कार्य करेंगे और साथ में प्रत्येक दिन वहाँ सांस्कृतिक कार्यक्रम कराएं जिससे प्रयाग के युवा कलाकारों को भी मंच मिलेगा और वहाँ के स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा।’


प्रो. स्वतंत्र ने कहा की ‘शोधार्थियों की समस्याओं के समाधान हेतु यह नवनिर्मित शोध संस्थान निश्चित रूप से विद्यार्थियों को मौलिक शोध करने की ओर अग्रसारित करेगा’। डॉ. द्विवेदी ने भी इस सभागार एवं शोध संस्थान के लिए ढेरों शुभकामनाएँ दीं। इसी मौके पर संस्था द्वारा प्रकाशित अनहद लोक पत्रिका के ‘रंगमंचीय संगीत’ विशेषांक का लोकार्पण हुआ।
व्यंजना संस्थान के विद्यार्थियों द्वारा पद्माकर रचित ‘गंगा गीत’ की प्रस्तुति की गई तत्पश्चात शहर की जानी-मानी निर्देशिका सुषमा शर्मा ने आंतोन चेखव द्वारा लिखित कहानियों की प्रस्तुति की। कार्यक्रम का संचालन शंभवी शुक्ला ने किया व इसमें अनिल शुक्ला, प्रवीण शेखर, डॉ. धनंजय चोपड़ा, राजेश तिवारी, संतोष मिश्र, श्रेयश शुक्ला आदि उपस्थित रहे।