फर्जी मिलिट्री अफसर बनकर ठगी करने वाला शातिर गिरफ्तार:एसटीएफ ने पकड़ा

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(www.arya-tv.com) यूपी STF और मिलिट्री इन्टेलीजेन्स (ऊधमपुर जम्मू० / कश्मीर) की सीक्रेट सूचना पर भारतीय नौसेना में उच्चाधिकारी बनकर सेना में नौकरी के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह के सरगना को पकड़ा है। टीम ने अतुल माथुर नाम के व्यक्ति को गौतमबुद्धनगर से गिरफ्तार किया है।पूछताछ में अतुल माथुर ने बताया कि वो अपने साथियों के साथ मिलकर बेरोजगार युवक-युवतियों को सेना में नौकरी लगवाने का लालच देता था। लोगों को खुद को सेना में लेफ्टिनेंट बताकर लोगों को भरोसे में लेता। बाद में नौकरी के नाम पर उनसे पैसे ठगता था। पुलिस इस नटरवलाल से पूछताछ कर रही है। इसके साथियों की भी तलाश कर रही है। वहीं गौतमबुद्धनगर में पुलिस ने इस फर्जी सैन्य अफसर पर मुकदमा भी दर्ज किया है।

डिफेंस मिनिस्ट्री और सेना में भर्ती का झांसा

एसटीएफ मेरठ टीम ऑफिसर्स ने बताया कि नोएडा पुलिस और एस०टी०एफ० को भारतीय रक्षा मंत्रालय व भारतीय सेना में सरकारी पदों पर नौकरी के नाम पर ठगी करने की शिकायतें मिली थीं। इसके आधार पर टीम लगातार गिरोह की तलाश में थी। बुधवार को गिरोह का सरगना अतुल माथुर एसटीएफ के हत्थे चढ़ा है। जिसने पूछताछ में काफी कुछ बताया है।

नौकरी के नाम पर 10 लाख से अधिक की वसूली

एसटीएफ टीम ने बताया कि अतुल माथुर बेहद शातिर किस्म का अपराधी है। पूरा गैंग भोलेभाले लोगों को सेना में नौकरी देने के नाम पर फंसाकर ठगता है। एक आदमी से 10 से 20 लाख रुपए तक ठग लेते हैं। अतुल माथुर (फर्जी लेप्टीनेंट कमांडर) खुद को बताता था। उसने पूछताछ में स्वीकार किया है कि बेरोजगार युवकों को सेना में भर्ती कराने के नाम पर प्रत्येक युवक से दस-बीस लाख रूपये लिये जाते हैं । साथ ही उनसे उनके शैक्षिक, जाति, निवास प्रमाण-पत्रों आदि कि मूल कॉपी भी रख ली जाती है।

गैंग में कई जिलों के लोग शामिल

अतुल माथुर ने पूछताछ में कुबूल किया कि उसका भाई सनी कुमार, बृजकिशोर नगला अस्थर, थाना सहावरगेट, जनपद कासगंज, विपिन कुमार निवासी राया मथुरा ,अमित वार्ष्णेय पुत्र अशोक कुमार निवासी डिबाई जिला बुलन्दशहर ये सभी अपने संपर्कों से भोले भाले युवाओं को अपने जाल में फंसाते हैं। फर्जी भर्ती प्रक्रिया हेतु अजय उर्फ अनिल कुमार निवासी मेरठ, जो भारतीय रक्षा मंत्रालय में मिनिस्टीरियल स्टाफ हैं। वह अभ्यर्थियों के फार्म में कूटरचना करके एवं भारतीय रक्षा मंत्रालय का गेट पास बनवाता था और उन्हें अभ्यर्थियों को देकर भ्रम में डालता था कि आपकी ज्यानिंग विभिन्न पदों पर सही तरीके से हो रही है।

सेना में नौकरी का देते झांसा
पूछताछ में अतुल ने बताया कि उसका पूरा गैंग ग्रामीण युवक / युवतियों को उसके द्वारा खुद को लेप्टीनेंट कमांडर, इण्डियन नेवी के पद पर प्रदर्शित कर युवको को भरोसे में लेकर उनकी फर्जी भर्ती प्रक्रिया की जाती है। साथ अवैध ढंग से की जाने वाली फर्जी भर्ती प्रक्रिया से प्राप्त धन सभी लोग आपस में बांट लेते हैं।

सेना की वर्दी, कागजात बरामद
फर्जी सैन्य अधिकारी के पास से एसटीएफ को इंडियन आर्मी, इंडियन नेवी के अफसरों की यूनिफार्म, स्टांप, पैड, नेम प्लेट, कैंटीन कार्ड, आर्मी कैरी बैग, कार, मोबाइल, चैकबुक, आधार कार्ड, आईकार्ड, एटीएम, आईडी कार्ड सहित अन्य चीजें बरामद हुई हैं। अतुल की निशानदेही पर एसटीएफ और पुलिस गैंग के दूसरे लोगों को पकड़ने के लिए दबिश दे रही है। इनके खिलाफ नोएडा सेक्टर 113 थाने में मुकदमा भी कराया गया है।