राजस्थान की सियासी पिच पर अपनों की ‘गुगली’ में उलझी बीजेपी

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(www.arya-tv.com) छत्तीसगढ़ में सीएम पद पर तस्वीर साफ हो चुकी है, लेकिन राजस्थान में सस्पेंस और बढ़ता जा रहा है. यहां सीएम की रेस में वसुंधरा राजे, गजेंद्र सिंह शेखावत, दीया कुमारी, अश्विनी वैष्णव जैसे नेताओं के नाम की चर्चा है, लेकिन राजस्थान में अब तक यही तय नहीं हो सका है कि विधायक दल की मीटिंग कब होगी. वहीं, दूसरी तरफ दिल्ली से जयपुर लौटीं वसुंधरा राजे के तेवर ने बीजेपी की मुश्किलें और बढ़ा दी हैं.
दरअसल, रविवार को वसुंधरा राजे के तीन दिन बाद दिल्ली से जयपुर लौटते ही बीजेपी के कई विधायक उनके सिविल लाइंस वाले घर पर मिलने पहुंचे. बताया जा रहा है कि वसुंधरा राजे से मिलने वाले विधायकों की लिस्ट बहुत लंबी है. पूरा दिन वसुंधरा राजे के घर बीजेपी विधायकों के पहुंचने का सिलसिला जारी रहा. कई राजनीतिक एक्सपर्ट का कहना है कि जिस तरह विधायक आकर वसुंधरा से मिल रहे हैं, उससे लगता है कि वह पीछे हटने वाली नहीं हैं.
इन विधायकों ने रविवार को की वसुंधरा से मुलाकात
रविवार को वसुंधरा राजे से मुलाकात करने वालों में कोलायत से विधायक अंशुमन भाटी, डेगाना विधायक अजय सिंह किलक, शेरगढ़ सीट से विधायक बाबू सिंह राठौर, बिलाड़ा विधायक अर्जुनलाल गर्ग, पूर्व कैबिनेट मंत्री और डिग विधानसभा सीट से विधायक नटवर सिंह, कंवर लाल मीणा, कालीचरण सर्राफ, जसवंत यादव, प्रताप सिंह सिंघवी, बीजेपी नेता अशोक परनामी आदि के नाम शामिल हैं.
विधायक दल की बैठक की तारीख तक तय नहीं
हालांकि, राजस्थान का बीजेपी नेतृत्व विधायकों से वसुंधरा राजे की मुलाकात को अलग नजर से देख रहा है. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी इस पर कहते हैं कि, “वसुंधरा राजे से विधायकों का मिलना स्वाभाविक प्रक्रिया है. वह सीनियर लीडर हैं, इसमें और कुछ रीड नहीं करना चाहिए.” यानी बीजेपी किसी भी तरह की कयासबाजी से बचना चाहती है, लेकिन एक तथ्य ये भी है कि नतीजों को आए 7 दिन हो चुके हैं, लेकिन बीजेपी नेतृत्व सीएम फेस का चुनाव तो दूर, विधायक दल की मीटिंग की तारीख और समय तक नहीं तय कर पाया है.
बेनतीजा रहीं हैं बीजेपी की इतनी बैठकें
बता दें कि 3 दिसंबर को नतीजे आने के बाद से सीएम फेस के लिए बीजेपी के नेता तमाम बैठकें कर चुके हैं, लेकिन अभी तक सभी बेनतीजा ही रहीं हैं. 4 दिसंबर को राजस्थान के प्रदेश प्रभारी प्रह्लाद जोशी ने गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की. इसी दिन बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी की महासचिव अरुण सिंह, गृहमंत्री अमित शाह और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ बैठक हुई. 6 दिसंबर को राजस्थान चुनाव में जीते सभी सांसदों ने पीएम मोदी से मुलाकात की. 7 दिसंबर को पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की. 8 दिसंबर को BJP ने राजनाथ सिंह, सरोज पाण्डेय और विनोद तावड़े को पर्यवेक्षक बनाया गया. राजस्थान जाने से पहले राजनाथ जेपी नड्डा से मिलने पहुंचे. 8 दिसंबर को ही बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव सुनील बंसल जेपी नड्डा से मिलने पहुंचे. 9 दिसंबर को पर्यवेक्षक विनोद तावड़े ने जेपी नड्डा से मुलाकात की. वहीं जेपी नड्डा ने राजस्थान के बीजेपी विधायकों के साथ ऑनलाइन मीटिंग कर रायशुमारी की, लेकिन सीएम का सस्पेंस खत्म नहीं हो सका.