‘महाभारत’ के ‘भीम’ ने हारी जिंदगी की जंग, 74 साल की उम्र में प्रवीण कुमार सोबती का हुआ निधन

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(www.arya-tv.com) लता मंगेशकर के बाद एक बार फिर से मनोरंजन जगत से बुरी खबर सामने आई है। छोटे पर्दे के मशहूर पौराणिक सीरियल ‘महाभारत’ में भीम का किरदार निभाने वाले अभिनेता प्रवीण कुमार सोबती का निधन हो गया है। वह 74 साल के थे। प्रवीण कुमार सोबती अपनी जिंदगी के आखिरी दिनों में काफी बीमार थे और आर्थिक तंगी से गुजर रहे थे। उनके निधन की जानकारी बेटी ने दी।

अंग्रेजी वेबसाइट इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए प्रवीण कुमार सोबती की बेटी ने कहा कि उनका निधन हार्ट अटैक की वजह से सोमवार रात 9.30 बजे हुआ था। वह दिल्ली में अपने घर पर थे। प्रवीण कुमार सोबती ने टीवी सीरियल के अलावा बॉलीवुड की कई फिल्मों में भी काम किया और खूब सुर्खियों बटोरी थीं। वह अपने कद काठी की वजह से भी हमेशा चर्चा में रहते थे। उन्होंने धर्मेंद्र, राजेश खन्ना, संजय दत्त और सनी देओल जैसे कई बड़े कलाकारों के साथ काम किया था। प्रवीण कुमार सोबती फिल्मों में ज्यादातर विलेन की भूमिका अदा करते थे, जिसे दर्शक खूब पसंद भी करते थे।

केवल एक्टिंग ही नहीं बल्कि प्रवीण कुमार सोबती खेल को लेकर काफी चर्चित थे। वह पंजाब से संबंध रखते थे। प्रवीण कुमार सोबती हैमर और डिस्कस थ्रो एथलीट थे। वह चार बार के एशियाई खेलों के पदक विजेता 2 स्वर्ण, 1 रजत और 1 कांस्य रहे थे। और उन्होंने दो ओलंपिक खेलों (1968 मैक्सिको खेलों और 1972 म्यूनिख खेलों) में भी भारत का प्रतिनिधित्व किया है। वह अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित हो चुके थे। खेल के कारण ही प्रवीण को सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) में डिप्टी कमांडेंट की नौकरी मिली।

हालांकि उन्हें वह नौकरी छोड़ अभिनय की ओर करियर बनाने का फैसला किया। गौरतलब है कि बीते दिनों अपनी आर्थिक तंगी को लेकर प्रवीण कुमार सोबती सरकार से मदद की गुहार लगाई थी। हाल ही में उनकी माली हालत बहुत खराब थी जिसके चलते उन्होंने सरकार से आर्थिक मदद की अपील की थी। अभिनेता ने अपनी शिकायत में कहा कि पंजाब में सरकार बनाने वाली सभी पार्टियों से मुझे शिकायत है। जितने भी खिलाड़ी एशियन गेम्स खेलते हैं या मेडल जीतते हैं, उन्हें पेंशन दी जाती है। हालांकि इस अधिकार से मुझे वंचित रखा गया।

प्रवीण कुमार सोबती ने मीडिया से बात करते हुए कहा, ‘मैं 76 साल का हो गया हूं। काफी समय से घर में ही हूं, तबीयत ठीक नहीं रहती है। खाने में भी कई तरह के परहेज हैं, स्पाइनल प्रॉब्लम है। घर में पत्नी वीना देखभाल करती है। एक बेटी की मुंबई में शादी हो चुकी है। उस दौर में भीम को सब जानते थे, लेकिन अब सब भूल गए हैं।’ हाल ही में मीडिया के सामने अपनी परेशानी बताते हुए प्रवीण कुमार सोबती ने कहा कि कोरोना के दौरान दुनिया के रिश्तों की असलियत सामने आ चुकी है। उन्हें यह शिकायत है कि पंजाब की जितनी भी सरकारें आईं उन्हें पेंशन से वंचित ही रखा गया।