आर्यकुल कालेज ऑफ एजुकेशन में बी.एड.और डी.एल.एड.छात्र—छात्राओं का नवागमन कार्यक्रम के साथ सत्र का आरम्भ

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आर्यकुल कालेज ऑफ एजुकेशन में बी.एड.और डी.एल.एड.छात्र—छात्राओं का नवागमन कार्यक्रम के साथ सत्र का आरम्भ

(www.arya-tv.com)बिजनौर स्थित आर्यकुल ग्रुफ ऑफ कॉलेज के एजुकेशन विभागबी.एड. और डी.एल.एड.के छात्र व छात्राओं का स्वागत नवागमन कार्यक्रम से किया गया। कॉलेज के निदेशक डॉ.सशक्त सिंह व मुख्य अतिथि लखनऊ विश्वविद्याल के एजुकेशन विभाग की सहायक प्रोफेशर डॉ. किरन लता डगवाल ने दीप प्रज्जवलित करके सरस्वती वंदना के साथ कार्यक्रम का शुभारम्भ किया । इसके बाद छात्र व छात्राओं को डाक्यूमेंट्री के माध्यम से आर्यकुल कालेज का परिचय दिया गया।


आर्यकुल ग्रुफ ऑफ कॉलेज के निदेशक डॉ. सशक्त सिंह ने छात्र व छात्राओं का स्वागत गर्मजाशी के साथ किया। इसके बाद उन्होंने कहा कि आज कल के बच्चे अपना करियर बेहतर बनाने के लिए शिक्षक बनते है। इनमें से अधिकतर बच्चे प्रतियोगी परिक्षाओं कि तैयारी करते हैं और कम समय में सरकारी और गैरसरकारी रोजगार प्राप्त कर लेते हैं। इसके साथ ही श्री सिंह ने कालेज में अनुशासन के बारे में बच्चों को जानकारी दी। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित रही डॉ.किरन लता डगवाल ने छात्र व छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि बी.एड. और डी.एल.एड. कोई सिम्पल कोर्स नहीं है। बल्कि यह कोर्स बच्चों के भविष्य का बेहतर निर्माण करता है। जो हमारे अंदर है उसको बाहर निकालना ही शिक्षा है। शिक्षक को बच्चों का रोल मॉडल होना चाहिए। कोर्स में जो कुछ भी है उससे बच्चों का बेहतर भविष्य का निर्माण होगा, उसे ऐसे ही नहीं रखा गया है। सभी छात्र व छात्राएं अपने स्किल निर्माण पर ध्यान दे इससे उनके भविष्य के निर्माण में मदद मिलेंगी।