ATS ने अलकायदा पर कसा शिकंजा:कथित आतंकी मिनहाज के तीन दोस्तों को सीतापुर रोड से उठाया

Lucknow

(www.arya-tv.com)यूपी एटीएस ने आतंकी संगठन अलकायदा पर शिकंजा कस दिया है। राजधानी के दुबग्गा क्षेत्र से पकड़े गए कथित अलकायदा के आतंकी मिनहाज के तीन दोस्तों को भी रविवार को उठा लिया। मिनहाज की कॉल डिटेल में इनसे बातचीत के साक्ष्य मिले थे। तीनों से काफी देर तक पूछताछ की गई। उसके बाद शहर छोड़कर बाहर न जाने की शर्त पर उन्हें छोड़ दिया गया।

आतंकी मिनहाज को एटीएस मान रही साजिश का मास्टरमाइंड
काकोरी के दुबग्गा इलाके से 11 जुलाई को पकड़े गए कथित अलकायदा आतंकी मिनहाज को एटीएस यूपी में विस्फोट करने की साजिश का मास्टरमाइंड​​​​​​​ मान रही है।​​​​​​​इसलिए मिनहाज की पहले की हर गतिविधियों को खंगाला जा रहा है। इसी कड़ी में ATS को मिनहाज के कॉल डिटेल में तीन ऐसे नम्बर मिले, जिन पर उसकी अक्सर लंबी बातचीत होती रही है। इन नम्बरों को सर्विलांस सेल ने ट्रेस किया तो मिनहाज की गिरफ्तारी के दिन 11 जुलाई को तीनों की लोकेशन दुबग्गा में मिनहाज के घर के आसपास मिली। इस पर शक गहराया तो एटीएस ने इनकी मौजूदा लोकेशन पता करने का प्रयास किया। तीनों नम्बर बंद होने की वजह से बड़ी मशक्कत के बाद रविवार को पता चला कि तीनों नम्बर सीतापुर रोड पर खदरा निवासी मिनहाज के दोस्तों के हैं। इसपर ATS की टीम इन्हें पकड़कर अपने साथ ले गई। एटीएस ने पूछताछ में इनसे मिनहाज से सम्पर्क और उसके पास मिली पिस्टल के बारे में सवाल जवाब किए।

पकड़े गए युवकों के खिलाफ नहीं मिले साक्ष्य
​​​​​​​एटीएस सूत्रों का कहना है कि मिनहाज की कॉल डिटेल में तीनों दोस्तों की उसकी गिरफ्तारी से कुछ दिन पहले ही 5 बार लंबी बातचीत के रिकॉर्ड मिले हैं। पूछताछ में तीनों युवक मिनहाज को दोस्त बताया, लेकिन आतंकी गतिविधियों में लिप्त होने से इनकार किया है। काफी मशक्कत के बाद भी UP ATS को युवकों के खिलाफ कोई ठोस सुबूत नहीं मिले। तीनों ने बताया कि मिनहाज के पकड़े जाने के बाद वह इतना डर गए कि फोन बंद कर लिया था। लेकिन वह लोग घर पर ही रहे और भागे नहीं।

एटीएस के एक अधिकारी ने बताया कि इसमें एक युवक वर्कशाप पर, बाकी युवक दो एक कम्पनी में प्राइवेट जॉब करते हैं। करीब चार साल पहले मिनहाज की खदरा में इनवर्टर, बैट्री की दुकान थी। तीनों की उससे जान पहचान इसी दुकान पर आने-जाने की वजह से हुई थी।