अतीक का नाबालिग बेटा आतंकी नेटवर्क में शामिल, पुलिस ने वकील खान सौलत हनीफ से 4 घंटे रिमांड में पूछताछ की

Prayagraj Zone

(www.arya-tv.com) माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या के बाद पुलिस ने वकील खान सौलत हनीफ से 4 घंटे रिमांड में पूछताछ की। कस्टडी में खामोश रहने वाले वकील ने अतीक के आतंकी नेटवर्क से लेकर काले कारोबार पर कई खुलासे किए। उसके मुताबिक, अशरफ भतीजे असद को, जबकि अतीक सबसे ज्यादा अपने चौथे नंबर के नाबालिग बेटे को प्यार करता था। उसको अपने आतंकी नेटवर्क में भी शामिल किया था।

पुलिस टीम ने वकील के आई फोन का डेटा भी रिकवरी के लिए भेजा है। साथ ही, अतीक और अशरफ से जुड़ी कुछ और मुकदमों की फाइलें भी मिली है। इसको जांच का हिस्सा बनाया जा रहा है। वहीं, रिमांड से जुड़े फैक्ट पर प्रयागराज के पुलिस अफसरों ने कुछ भी कहने से इनकार किया।

धूमनगंज पुलिस ने खान सौलत हनीफ की दोबारा कस्टडी रिमांड मांगी थी। कोर्ट ने बुधवार को 3 दिन की अर्जी पर सुनवाई करते हुए दोपहर 3 से शाम 4 बजे तक की रिमांड मंजूर की। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, सौलत ने बताया कि उमर और अली के जेल जाने के बाद असद ने कारोबार की बागडोर संभाली थी। रुपयों के लेनदेन और वसूली में चौथे नंबर का नाबालिग बेटा भी शामिल था। सौलत ने पूछताछ के दौरान कुछ स्क्रीन शॉट भी पुलिस को दिए है, जोकि रुपयों के लेनदेन से संबंधित है।

पुलिस खान सौलत के आईफोन का डेटा रिकवरी के लिए भेज रही है। उसने पूरी डिटेल मोबाइल से पहले ही डिलीट कर दी है। विधि विज्ञान के प्रयोगशाला की मदद ली जा रही है। उसने कबूला कि 19 फरवरी को उसने आईफोन से असद को उमेशपाल की तस्वीरें अपने मोबाइल से भेजी थीं। वहीं, कई जानकारियों चौथे नंबर के नाबालिग बेटे को भी भेजी गई।

पूछताछ में सामने आया कि शाइस्ता, अतीक के वसूली के धंधे को बाहर रहकर संभाल रही थी। साबरमती जेल से अतीक गुजरात, मुंबई और दिल्ली के प्रॉपर्टी डीलर और व्यापारियों को कॉल करके अवैध वसूली का दबाव बनाती थी। 10 लाख से ज्यादा रकम लेने के लिए शाइस्ता सौलत को भेजती थी। मगर छोटी रकम के लिए अतीक के नौकर राकेश की मदद ली जाती थी।

वकील से हुई पूछताछ में उसने बताया कि अतीक अहमद से मनमानी फीस लेकर वह हाईकोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक के बड़े वकीलों को पहुंचाता था। पूछताछ के जरिए अतीक की काली कमाई से जुड़े कई राज खुले हैं। वकील की निशानदेही पर मुकदमों से जुड़ी कई फाइलें भी मिली हैं। यहां बता दें कि प्रयागराज के राजरूपपुर में बाल संरक्षण गृह है। वहीं पर अतीक का चौथे नंबर का बेटा बंद है। इस पूछताछ के बाद सौलत को नैनी जेल वापस भेज दिया गया।

उमेश पाल अपहरण केस में MP-MLA कोर्ट ने अतीक के साथ-साथ उसके वकील खान सौलत हनीफ को भी उम्रकैद की सजा सुनाई थी। उसे नैनी सेंट्रल जेल में रखा गया है। बीते मंगलवार को पुलिस उसे 12 घंटे के लिए पूछताछ के लिए रिमांड पर ली थी।

बता दें कि उमेश पाल हत्याकांड की जांच के दौरान पुलिस ने सौलत को भी आरोपी बनाया है। उस पर साजिश रचने और तस्वीरें शूटर्स को भेजने का आरोप है। पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि उमेश पाल हत्याकांड के ठीक पांच दिन पहले सौलत हनीफ ने असद को उमेश की 10 अलग अलग तस्वीरें भेजी थी।