- विधान सभा अध्यक्ष ने विधान सभा सत्र के सुचारु संचालन के लिए सभी दलों से सहयोग प्रदान करने का अनुरोध किया
- सदन की उच्च गरिमा और मर्यादा को बनाए रखते हुए गम्भीर चर्चा को आगे बढ़ाने से लोकतंत्र के प्रति आमजन की आस्था बढ़ती : मुख्यमंत्री
- विगत वर्षां में उत्तर प्रदेश विधान सभा ने पूरे देश में संसदीय कार्य प्रणाली की नजीर प्रस्तुत की, सदन स्वस्थ चर्चा-परिचर्चा के लिए जाना जा रहा
- विधान सभा अध्यक्ष जी के मार्गदर्शन में जनप्रतिनिधियों के लिए अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मन्दिर में दर्शन-पूजन की व्यवस्था करायी जाएगी
- मुख्यमंत्री ने विधान भवन स्थित नवीनीकृत राजर्षि पुरुषोत्तमदास टंडन हॉल का उद्घाटन किया
उत्तर प्रदेश विधान सभा अध्यक्ष सतीश महाना ने विधान सभा सत्र के सुचारु संचालन के लिए सभी दलों से सहयोग प्रदान करने का अनुरोध किया है। आज यहां विधान भवन में आहूत एक सर्वदलीय बैठक में उन्होंने कहा कि सभी के सहयोग से ही सदन चलता है। सकारात्मक वातावरण में तार्किक, तथ्यपरक एवं गुणवत्तापूर्ण संवाद से जनसमस्याओं का सार्थक समाधान किया जा सकता है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री तथा नेता सदन योगी आदित्यनाथ ने कहा कि संसदीय परम्परा के अनुसार सत्र की शुरुआत कल 2 फरवरी, 2024 को राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल के अभिभाषण से होगी। इस सत्र में वित्तीय वर्ष 2024-25 का बजट प्रस्तुत किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विगत वर्षां में उत्तर प्रदेश विधान सभा ने पूरे देश में संसदीय कार्य प्रणाली की नजीर प्रस्तुत की है। इससे लोकतंत्र मजबूत हुआ है। सदन स्वस्थ चर्चा-परिचर्चा के लिए जाना जा रहा है। यह कार्य दलीय नेताओं के सहयोग से सम्भव हुआ है। विधान सभा अध्यक्ष के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश विधान सभा में इनोवेशन की श्रृंखला शुरू हुई है। सदन में डिजिटाइजेशन, गैलरी के सुन्दरीकरण, हॉल के नवीनीकरण जैसे विभिन्न कार्य किये गये हैं। यह कार्य देश के लिए अनुकरणीय बने हैं। विभिन्न राज्यों की विधानसभाओं के स्पीकर, संसदीय कार्य मंत्री इन इनोवेशन्स को देखने आते हैं। यह हमारे लिए गौरव की बात है।
मुख्यमंत्री ने सत्र के सुचारु संचालन में सत्ता पक्ष के पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि सदन की उच्च गरिमा और मर्यादा को बनाए रखते हुए गम्भीर चर्चा को आगे बढ़ाने से लोकतंत्र के प्रति आमजन की आस्था बढ़ती है। प्रदेश सरकार राज्य के विकास एवं जनकल्याण से जुड़े मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार है। विधान सभा में सकारात्मक माहौल में चर्चा होनी चाहिए। संसदीय परम्पराओं का पालन करते हुए सभी सदस्यों को अपने सुझावों एवं मुद्दों को सदन में रखना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विगत 22 जनवरी को भगवान श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम के लिए विभिन्न सदस्यों ने अपनी शुभकामनाएं व्यक्त कीं। विधान सभा अध्यक्ष जी के मार्गदर्शन में जनप्रतिनिधियों के लिए अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मन्दिर में दर्शन-पूजन की व्यवस्था करायी जाएगी। हम सभी सौभाग्यशाली हैं कि अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि में भगवान श्रीरामलला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को देख पाए। इस कार्यक्रम में देश के विभिन्न क्षेत्रों का नेतृत्व वर्ग श्रद्धाभाव के साथ मौजूद था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अयोध्या में प्रतिदिन 02 से 03 लाख श्रद्धालु आ रहे हैं। उत्तर प्रदेश में गत वर्ष 32 करोड़ पर्यटक आये हैं। उत्तर प्रदेश में पर्यटन के क्षेत्र में अपार सम्भावनाएं विद्यमान हैं। पर्यटन का क्षेत्र रोजगार के अनेक अवसर सृजित कर रहा है। भारत सरकार ने भगवान श्रीराम जी से जुड़े विभिन्न देशों के स्मारक डाक टिकटों का एक एलबम जारी किया है। यह डाक टिकट सिरीज सभी विधायकों को भी उपलब्ध करायी जाएगी।
इससे पूर्व, मुख्यमंत्री ने विधान भवन स्थित नवीनीकृत राजर्षि पुरुषोत्तमदास टंडन हॉल का उद्घाटन किया। मुख्यमंत्री ने सर्वदलीय बैठक में सम्मिलित सदस्यों को श्रीराम जन्मभूमि मन्दिर का प्रसाद भी वितरित किया।
संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने कहा कि पक्ष एवं विपक्ष के सहयोग से ही सदन को सुचारु रूप से चलाया जा सकता है। सभी दलों ने सदन की कार्यवाही के निर्बाध संचालन में सहयोग प्रदान करने का आश्वासन दिया। यह एक अच्छी परम्परा है।
इस अवसर पर महिला कल्याण मंत्री श्रीमती बेबी रानी मौर्य भी उपस्थित थीं।
इस बैठक में समाजवादी पार्टी के मनोज कुमार पाण्डेय, अपना दल (सोनेलाल) के राम निवास वर्मा, राष्ट्रीय लोकदल के राजपाल सिंह बालियान, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के ओम प्रकाश राजभर, निर्बल इण्डियन शोषित हमारा आम दल के अनिल कुमार त्रिपाठी, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की श्रीमती आराधना मिश्रा ‘मोना‘, जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के श्री रघुराज प्रताप सिंह तथा बहुजन समाज पार्टी के उमाशंकर सिंह ने अपने-अपने दलों की ओर से पूरा सहयोग प्रदान करने का आश्वासन दिया।