(www.arya-tv.com)भारतीय उच्च अध्ययन संस्थान, शिमलाा में आगाभी 7-8 नवम्बर 2024 को भारतीय चिंतन में शासन एवं प्रशासन विषयक दो दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया जा यहा है। राष्ट्रीय सेमिनार की संयोजक तथा प्रबंध अध्ययन विभाग, बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर केंद्रीय विश्वविद्यालय लखनऊ में एसोसिएट प्रो. डॉ.तरुणा ने बताया कि 7 नवम्बर से 2024 से प्रारंभ होने वाले इस सेमिनार में राजनीति विज्ञान,अर्थशास्त्र,लोक प्रशासन, दर्शनशास्त्र, इतिहास और प्रबंधन आदि विभिन्न क्षेत्रों से देश के प्रतिष्ठित विद्वान, शिक्षाविद् और शोधकर्ता भाग लेंगेऔर विभिन्न क्षेत्रों के माध्यम से शासन और प्रशासन में भारतीय दृष्टिकोण की गहन चर्चा तथा अपने विचार व शोध पत्र प्रस्तुत करेंगे। सेमिनार का मुख्य उद्देश्य प्राचीन भारतीय गंथों जैसे वेद , मनुस्मृति, पुराण, रामायण, महाभारत, बौद्ध ग्रंथ, अर्थशास्त्र, तिरूक्कुरल और सुकनीतिसार ग्रंथों और विभिन्न दार्शनिक और साहित्यिक कृतियों में निहित शासन और प्रशासन की समृद्ध धरोहर को गहराई से समझने तथा भारतीय चिंतन में शासन और प्रशासन के विविध आयामों पर प्रकाश डालना तथा वर्तमान में उनकी प्रासंगिकता का पता लगाना है।
सेमिनार के उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि एवं मुख्य वक्ता के रूप में पद्म भूषण प्रो. कपिल कपूर उपस्थित रहेंगे। विशिष्ट अतिथि के रूप में आईआईएएस शिमला के निदेशक प्रो. आर.पी. तिवारी होंगे उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता संस्थान की चेयरपर्सन प्रो. शशि प्रभा कुमार करेंगी। डॉ.तरूणा ने बताया कि इस सेमिनार में विभिन्न सत्र होंगे जिसमें वक्ताओं द्वारा प्राचीन भारतीय गंथों में वर्णित शासन और प्रशासन के सिद्धांतों और अवधारणाओं का विश्लेषण करना, शासन और प्रशासन के ऐतिहासिक और दार्शनिक आधारों, प्राचीन भारतीय गंथों में सुशासन के सिद्धांतों, नैतिकता, पारदर्शिता और उत्तरदायित्व और उनकी प्रासंगिकता लोक कल्याण और सामाजिक न्याय के सिद्धांतों जैसे विषयों पर प्रकाश डाला जाएगा इसके अलावा प्राचीन भारतीय ज्ञान प्रणाली को आधुनिक परिप्रेक्ष्य में समझने तथा शासन और प्रशासन की समकालीन चुनौतियों का समाधान खोजने का भी प्रयास इस सेमिनार के माध्यम से किया जाएगा।