छीबों निवासी 51 वर्षीय संतोष कुमार शुक्ला के खिलाफ नाबालिग से दुष्कर्म का मामला,शौचालयें में गमछे से लगाई फांसी

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चित्रकूट (www.arya-tv.com) जिला जेल में विचाराधीन बंदी ने शुक्रवार की सुबह फांसी लगाकर की खुदकुशी कर ली। मऊ थाना पुलिस ने दुष्कर्म व पॉक्सो एक्ट में उसे गिरफ्तार करके जेल भेजा था। बैरक के शौचालय में गमछा और मफलर को आपास में बांधकर उसने फांसी लगाई है। पुलिस ने घटना की जांच शुरू की है, वहीं जेल प्रशासन ने स्वजन को सूचना दी है।

राजापुर थाना क्षेत्र के छीबों निवासी 51 वर्षीय संतोष कुमार शुक्ला के खिलाफ मऊ थाना में नाबालिग से दुष्कर्म का मामला दर्ज हुआ था। पुलिस ने 28 दिसंबर 2020 को गिरफ्तार करके उसे जेल भेज दिया था। उसे बैरक में अन्य बंदियों के साथ रखा गया था, जेल आने के बाद से वह काफी तनाव में चल रहा था। शुक्रवार की भोर पहर पांच बजे वह शौचालय गया, जहां पर उसने गमछा और मफलर को आपास में बांधा।

इसके बाद जिंगले की सरिया में फंसाकर फंदा बनाया और फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। बंदी रक्षकों ने उसे फांसी के फंदे पर लटकता देखकर जेलर को सूचना दी। जेल के स्टॉफ ने उसे फांसी के फंदे से उतारकर जेल अस्पताल भेजा। चिकित्सक ने परीक्षण के बाद उसे मृत घोषित कर दिया।

जेल चौकी प्रभारी अजय कुमार जायसवाल ने बताया कि अभी आत्महत्या का कारण नहीं पता चला है, मामले की जांच की जा रही है। जेल अधीक्षक श्रीप्रकाश त्रिपाठी ने बताया कि बंदी संतोष नौ नंबर बैरक में 36 बंदियों से साथ बंद था। भोर पहर में लघुशंका करने के बहाने शौचालय में गया था, जहां जिंगले में फांसी लगा ली। वह किसी स्कूल में बाबू था और दुष्कर्म के आरोप के बाद से काफी दुखी था।