इंडो-नेपाल सीमा की एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग टीम को दिया गया प्रशिक्षण

UP

(www.arya-tv.com)पड़ोसी देशाें से उत्तर प्रदेश में लाकर बेची जा रही विदेशी महिलाओं की मानव तस्करी को रोकने के लिए वीमेन पॉवर लाइन (1090) अब सशस्त्र सीमा बल के साथ मिलकर काम करेगा। इसके लिए 1090 और एसएसबी के अधिकारियों की दो दिवसीय कार्यशाला मंगलवार को 1090 मुख्यालय में सम्पन्न हुई।

मंगलवार को UP ATS ने गाजियाबाद से तीन रोहिंग्या को पकड़ा है। इनके पास से दो नाबालिग लड़कियां मिलीं, जिन्हें आरोपी म्यांमार से लाकर यहां बेचने की फिराक में थे। इस साल मार्च माह से अब तक 15 रोहिंग्या पकड़े जो जा चुके हैं।

एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि मानव तस्करी की शिकार ज्यादातर उत्तरी भारत की महिलाएं हो रही हैं। रोहिंग्या और बंगलादेशी के साथ नेपाली लड़कियों को यूपी, दिल्ली व अन्य राज्यों में बेचा जा रहा है। ज्यादातर महिलाओं का नौकरी के नाम पर फसाये गए युवकों नेपाल के रास्ते यूपी की सीमा में घुसाया जा रहा है।

इसकी रोकथाम के लिए भारत नेपाल की खुली सीमा की सुरक्षा और निगरानी करने वाले सशस्त्र सीमा बल और यूपी में महिलाओं व बच्चों की सुरक्षा के लिए संचालित आपात सेवा 1090 की टीम ने हाथ मिलाया है। तस्करी के नए तरीकों और उन्हें रोकने के बेहतर उपायों की जानकारी देने के लिए दोनों टीमों के लिए कार्यशाला आयोजित की गई थी। इसमे नेपाल सीमा से सटे यूपी के 7 जिलों की एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग टीम को भी शामिल किया गया था। महिला एवं बाल सुरक्षा पर काम करने वाली ‘प्लान इण्डिया’ और ‘कारितास इण्डिया संस्थाओं ने भी कार्यशाला में हिस्सा लिया।

एक्सपर्ट ने दी मानव तस्करी रोकने की जानकारी

मुख्य अतिथि के रूप में प्रशान्त कुमार एडीजी कानून व्यवस्था, नीरा रावत एडीजी महिला एवं बाल सुरक्षा संगठन, विशिष्ट अतिथि के रूप में रत्न संजय आईजी, सशस्त्र सीमा बल, उपस्थित रहे। इसके अलावा रवि शंकर छबि आईजी 1090, अलंकृता सिंह, एसपी 1090 मौजूद रहीं। सुप्रीम कोर्ट के सीनियर वकील रविकान्त और गोवा की अर्ज संस्था के फाउंडर अरुण पांडेय ने विशेषज्ञ के तौर पर मानव तस्करी को रोकने के टिप्स दिए।

वर्कशॉप के पॉइंट्स

  • तस्करी की शिकार महिलाओं, बच्चों के पुनर्वास का प्रयास करना।
  • भारत, नेपाल सीमा पर महिलाओं और बच्चों की तस्करी को रोकने के लिए सुरक्षा तंत्र को मजबूत करना।
  • मानव तस्करी रोकने के उपाय तलाशने के लिए इसपर शोध करने वाली टीम तैयार करना।
  • मानव तस्करी रोकने के लिए आधुनिक उपकरण और तकनीकी का इस्तेमाल।

इन 7 जिलों के रास्ते यूपी में घुस रहे मानव तस्कर

भारत-नेपाल सीमा से जुड़े जिले पीलीभीत, लखीमपुर, बहराइच, बलरामपुर, सिद्धार्थ नगर, श्रावस्ती और महराजगंज के रास्ते मानव तस्कर यूपी में घुस रहे हैं। यहां एसएसबी निगरानी करती है। इन जिलों की एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग टीमों को कार्यशाला में विशेष प्रशिक्षण दिया गया है।