लखनऊ में पूर्व सैनिकों का प्रदर्शन:नियुक्ति पत्र न मिलने से नाराज भूतपूर्व सैनिकों ने निकाली तिरंगा यात्रा

Lucknow

(www.arya-tv.com) परीक्षा पास करने के बाद भी ग्राम विकास अधिकारी के पद पर नियुक्ति न होने से नाराज राजधानी लखनऊ में गुरुवार को 52 भूतपूर्व सैनिकों ने जवाहर भवन से लेकर मुख्यमंत्री आवास तक तिरंगा मार्च निकाला। इस दौरान पूर्व सैनिकों ने उत्पीड़न बंद किए जाने की मांग की। वे अपने मेडल सीएम को वापस करने जा रहे थे। हालांकि पुलिसकर्मियों ने उन्हें हजरतगंज में ही रोक दिया। पूर्व सैनिकों ने कहा कि वे बीते दो सालों से अपनी मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। हमें मिला हुआ सम्मान व पदक अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को वापस कर देंगे।

बीते दो साल से नहीं मानी जा रही मांग

भूतपूर्व सैनिक प्रमोद श्रीवास्तव ने कहा कि, ग्राम विकास अधिकारी पद के लिए उप्र अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की लिखित परीक्षा से लेकर फिजिकल तक क्लीयर करने के बावजूद नियुक्ति पत्र नहीं दिया जा रहा है। कार्मिक और ग्राम्य विकास विभाग के अधिकारी नियुक्ति के लिए एक-दूसरे पर जिम्मेदारी डाल रहे हैं। इतना ही नहीं मंत्री भी लगातार टरका रहे हैं।

यह है पूरा मामला

उप्र अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने मार्च 2016 में ग्राम विकास अधिकारी के 3,133 पदों के लिए लिखित परीक्षा करवाई थी। 70 भूतपूर्व सैनिकों ने लिखित परीक्षा पास की और फिजिकल और इंटरव्यू भी हुआ। 18 जुलाई 2018 को परीक्षा परिणाम घोषित होने के बाद 2,942 लोगों को नियुक्ति दे दी गई। हालांकि 70 भूतपूर्व सैनिकों को नियुक्ति नहीं मिल सकी। इसके पीछे भूतपूर्व सैनिक होने के वैरिफिकेशन का तर्क दिया गया। रक्षा मंत्रालय ने सात सितंबर 2018 को सभी भूतपूर्व सैनिकों के दस्तावेज भी आयोग को भेज दिए। इसके बावजूद शासन और ग्राम्य विकास विभाग के अधिकारी नियुक्ति देने में टालमटोल कर रहे हैं। भूतपूर्व सैनिकों ने प्रमुख सचिव से लेकर कई अन्य अफसरों से संपर्क किया। जवाब मिला कि नियुक्ति की पत्रावली ग्राम्य विकास विभाग को भेज दी गई है। हालांकि विभाग में संपर्क करने पर आयोग से कोई निर्देश न मिलने और फाइल शासन में कार्मिक विभाग को भेजने की बात कही गई।

अपर मुख्य सचिव कार्मिक से भी मिल चुके हैं पूर्व सैनिक

परीक्षा पास करने वाले भूतपूर्व सैनिक प्रमोद श्रीवास्तव, अनूप सैनी व सुधीर सिंह समेत अन्य सीएम योगी आवास तक तिरंगा मार्च निकालकर विरोध जताया है। इससे पहले सैनिक ने अपर मुख्य सचिव कार्मिक मुकुल सिंघल से भी मिल चुके हैं।