शव बदलने पर मेडिकर प्रशासन आया निशाने पर गंभीरता से लिया संज्ञान

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मेरठ।(www.arya-tv.com) शव बदलने के प्रकरण को लेकर मेडिकल प्रशासन निशाने पर है। प्रदेश सरकार ने भी इस चूक का गंभीरता से संज्ञान लिया है। मेडिकल प्रशासन इसकी पुनरावृत्ति रोकने के लिए ट्रासंपैरेंट बॉडी पैक खरीदने जा रहा है। इसमें शव का चेहरा खुला रहेगा।

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इससे स्वजन आसानी से शव की पहचान कर सकेंगे। प्राचार्य डा. ज्ञानेंद्र ने बताया कि महानिदेशक चिकित्सा शिक्षा डा. केके गुप्ता को भी अवगत कराया गया है। उन्होंने शासन से वार्ता कर जल्द ही पारदर्शी बॉडी पैक उपलब्ध कराने का अनुरोध किया है।

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कोविड वार्ड प्रभारी डा. सुधीर राठी ने बताया कि शव रखने का बैग पारदर्शी होगा तो इसकी अदला-बदली की आशंका ही खत्म हो जाएगी। कोरोना संक्रमित शव तीन परतों में पैक किया जाता है। इस पर लगे टैग में मृतक का नाम, उम्र व पता लिखा रहता है। कोविड प्रोटोकाल के मुताबिक शव से संक्रमण फैल सकता है। ऐसे में शव खोलने की मनाही है।

गत दिनों नई दिल्ली और अब मेरठ में शव बदलने के बाद लोगों का भरोसा जीत पाना मुश्किल होगा। आशंका है कि कोविड वार्ड में अब तक ढाई सौ से ज्यादा शवों की पैकिंग में कई में चूक की गई होगी। पारदर्शी बॉडी पैक से न सिर्फ शव का अंतिम दर्शन आसान होगा, बल्कि सटीक शिनाख्त भी हो सकेगी। मेडिकल प्रशासन ने एम्स और पीजीआई सरीखे संस्थानों से संपर्क साधकर ट्रांसपैरेंट पैक की उपलब्धता की जानकारी ली है।