चमकी बुखार के आगे बेबस है नीतीश सरकार, अब तक 140 बच्चों की मौत

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बिहार में ‘चमकी बुखार’ का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। चारों तरफ हाहाकार मचा हुआ है। मौत का आंकड़ा हर रोज बढ़ता ही जा रहा है। न तो इसका अभी तक कोई ठोस इलाज मिल पाया है और न ही अभी मिलने की उम्मीद है। शुक्रवार सुबह तक पूरे राज्य में इस बीमारी से मरने वालों की संख्या बढ़कर 140 हो गई है। जबकि सिर्फ मुज्जफरपुर में मरने वालों का आंकड़ा 122 है।

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आपको ​बता दें कि बिहार के एक दर्जन से ज्यादा जिलों में यह बुखार फैला है। अभी तक कहा जा रहा था कि लीची खाने से यह वायरस फैला है जबकि कई ऐसे मामले सामने आए जिनमें बच्चों ने लीची नहीं खाई थी फिर भी उनको यही बुखार था।

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बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने सभी कार्यक्रम रद्द करते हुए गुरुवार को पटना के कुछ अस्पतालों का दौरा भी किया था, लेकिन वह उन मरीजों से मिले थे जो लू के कारण अस्पताल में भर्ती हैं। हालांकि इससे पहले वह चमकी बुखार से पीड़ितों का जायजा लेने श्री कृष्णा मेडिकल कॉलेज गए थे, जहां उन्हें विरोध का सामना करना पड़ा था। लोगों ने इस दौरान नीतीश गो बैक के नारे भी लगाए थे।

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गौरतलब है विपक्ष इस मामले को लेकर नीतीश सरकार पर हावी हो गया है। प्रमुख विरोधी दल ‘राजद’ समेत पूरा विपक्ष इस मुद्दे पर नीतीश कुमार और भाजपा को कोस रहा है।