बिहार में नौनिहालों का जीवन दांव पर लगा है। चमकी बुखार अब महामारी का रूप ले चुका है। इसे रोकने के लिए न तो डॉक्टरों को कुछ सूझ रहा है और न ही बिहार सरकार को।
मौतों का बढ़ता ग्राफ देख अब परिजनों में खौफ इस कदर घर कर गया है कि वह अपना गांव छोड़कर जा रहे हैं। लोगों को भय है कि कहीं उनका बच्चा भी इस बीमारी का शिकार न हो जाए। मुजफ्फरपुर के अलावा वैशाली के कई गांवों से भी लोग पलायन कर रहे हैं।
चमकी बुखार से कैसे बचें? जानें लक्षण और उपाय
आपको बता दें कि वैशाली के भगवानपवुर ब्लॉक के हरवंशपुर गांव में चमकी से 6 बच्चे दम तोड़ चुके है। इसके बाद से ग्रामीण इतना डर गए हैं कि उन्हें इलाज पर भरोसा नहीं। अब वह गांव छोड़कर जाना बेहतर समझ रहे हैं। बताया जा रहा है कि वैशाली जिले में 17 बच्चों की मौत हुई है लेकिन इनमें से कई बच्चों को एईएस से मरने वाले बच्चों की लिस्ट में शामिल नहीं किया गया है।