लाखों का पैकेज छोड़कर शहर में नौकरी की खोज कर रहा युवा, जानें क्या है पूरा मामला

Kanpur Zone UP

कानपुर(www.arya-tv.com) उन्नाव में रहने वाली शिवानी अग्रवाल ने शहर के निजी संस्थान से 2019-20 में एमबीए किया था। बीते साल उन्हें दिल्ली में बहुराष्ट्रीय कंपनी में लाखों का पैकेज भी मिला था।

कोरोना के मामले सामने आने और शहर में ही नौकरी की चाह के चलते उन्होंने इस पैकेज को ठुकरा दिया था। आसपास के जिलों में ऑफिस जॉब और 10 हजार रुपये महीने सैलरी तक की चाह रखने वाली शिवानी पहली बार मेले में शामिल होने आई थीं।

बर्रा आठ में रहने वाली हिमांशी मिश्रा पॉलिटेक्निक पास हैं। कंप्यूटर के भी कई कोर्स किए हैं। कुछ समय पूर्व उनकी शादी हुई है। वह भी शहर में ही आफिस जॉब करना चाहती हैं। पहले वह बच्चों को ट्यूशन पढ़ाती थीं। हाईस्कूल और इंटरमीडिएट में वह ऑनर्स रही हैं।

कोरोना के चलते युवाओं में होम सिकनेस आ गई है। वे कानपुर में ही नौकरी करना चाहते हैं, भले ही कम पैकेज मिले। इसकी बानगी बुधवार को प्रादेशिक सेवायोजन कार्यालय में लगे रोजगार मेले में देखने को मिली। ज्यादातर युवाओं में शहर में ही नौकरी करने की चाह थी।

मेले में 2517 युवा नौकरी पाने के लिए पहुंचे। इसमें करीब 40 फीसदी युवतियां थीं। सर्वेयर पद के लिए एमबीए, परास्नातक, स्नातक और आईटीआई पास युवा पहुंचे। 11 कंपनियों ने मानकों पर खरे उतरे 444 आवेदकों को नौकरियां दीं। कंपनियां 1957 नौकरियां लेकर आई थीं।