(www.arya-tv.com)6 फीट का कद और 72 साल की उम्र। जुनून ऐसा कि दुनिया को लग्जरी फैशन की लत लगा दी और लुई वितॉ जैसा फैशन साम्राज्य खड़ा कर दिया। कंपनी में BA नाम से मशहूर बर्नार्ड अरनॉल्ट अब दुनिया के सबसे अमीर शख्स बन गए हैं।
अमेजन के मालिक जेफ बेजोस को 2018 में सबसे अमीर शख्स का दर्ज मिला था। जनवरी 2021 में टेस्ला के मालिक एलन मस्क ने बेजोस को ओवरटेक कर लिया। फरवरी 2021 में टेस्ला के शेयरों में गिरावट देखने को मिली, जिसके बाद बेजोस एकबार फिर दुनिया में सबसे अमीर बन गए।
6 अगस्त को फोर्ब्स की रियल टाइम बिलेनियर्स लिस्ट में जेफ बेजोस और एलन मस्क को पछाड़कर बर्नार्ड अरनॉल्ट टॉप पर पहुंचे। इस वक्त बर्नार्ड अरनॉल्ट की नेटवर्थ 14.7 लाख करोड़, जेफ बेजोस की नेटवर्थ 14.5 लाख करोड़ और एलन मस्क की नेटवर्थ 13.8 लाख करोड़ रुपए है। अगर आप बर्नार्ड अरनॉल्ट के बारे में नहीं जानते तो आपको जानना चाहिए…
बर्नार्ड अरनॉल्ट कौन हैं?
बर्नार्ड अरनॉल्ट को मॉडर्न लग्जरी फैशन इंडस्ट्री का गॉडफादर माना जाता है। ये दुनिया के सबसे बड़े फैशन ग्रुप लुई वितॉ मोएट हेनेसी (LVMH) के फाउंडर, चेयरमैन और सबसे बड़े शेयरहोल्डर हैं। फोर्ब्स के अनुसार बर्नार्ड अरनॉल्ट ने पिछले एक साल में 100 बिलियन डॉलर यानी करीब 7.40 लाख करोड़ रुपए की कमाई की। इस लिहाज से उन्होंने हर सेकेंड करीब 2.3 लाख रुपए कमाए।
कितना बड़ा है लुई वितॉ ग्रुप?
बर्नार्ड अर्नाल्ट का ग्रुप लुई वितॉ मार्केट कैप के लिहाज अपने नजदीकी कंपटीटर केरिंग से करीब चार गुना ज्यादा बड़ा है। लुई वितॉ की मार्केट कैप करीब 30 लाख करोड़ रुपए है। वहीं उनके नजदीकी कंपटीटर केरिंग की मार्केट कैप 8.45 लाख करोड़ रुपए है। लुई वितॉ ग्रुप के पास फैशन, वॉचेज, ज्वेलरी, रिटेल, वाइन, ब्यूटी और हॉस्पिटैलिटी सेक्टर में 75 से ज्यादा लग्जरी ब्रांड हैं।
बर्नार्ड अरनॉल्ट की शुरुआती जिंदगी कैसी थी?
बर्नार्ड अरनॉल्ट 5 मार्च 1949 को फ्रांस के रुबैक्स में पैदा हुए। उनकी मां मेरी को फैशन का शौक था और पिता कंस्ट्रक्शन कंपनी चलाते थे। 1971 में पॉलीटेक्निक करने के बाद अरनॉल्ट ने अपने पिता की कंपनी में काम शुरू कर दिया।
लग्जरी फैशन का आइडिया कैसे आया?
1980 के दशक में बर्नार्ड अरनॉल्ट न्यूयॉर्क गए थे। कैब में सफर करते हुए उन्होंने ड्राइवर से डि गॉल के बारे में पूछा। ड्राइवर ने कहा कि वह नहीं जानता। डि गॉल उस वक्त फ्रांस के राष्ट्रपति थे। इसके बाद बर्नार्ड अरनॉल्ट ने ड्राइवर से डियोर के बारे में पूछा तो उसने फौरन बता दिया कि ये तो फैशन ब्रांड है। उसी वक्त बर्नार्ड अरनॉल्ट के दिमाग में एक आइडिया क्लिक किया जो आज लुई वितौं जैसे लग्जरी फैशन साम्राज्य में बदल चुका है।
कैसे खड़ा किया इतना बड़ा फैशन साम्राज्य?
1985 में फ्रांस की सरकार एक दिवालिया टेक्सटाइल कंपनी बुसॉक की नीलामी कर रही थी। बर्नार्ड अरनॉल्ट ने इसे खरीद लिया। उन्होंने बुसॉक के 9 हजार कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया, जिसके बाद उनका निकनेम ‘द टर्मिनेटर’ पड़ा। इसके बाद उन्होंने कंपनी की सारी संपत्ति बेच दी सिवाय डियोर ब्रांड और एक डिपार्टमेंटल स्टोर के। बर्नार्ड अरनॉल्ट ने सिर्फ फैशन सेगमेंट पर फोकस किया और 1987 तक कंपनी दोबारा मुनाफे में आ गई।
1988 में बर्नार्ड अरनॉल्ट ने लुई वितॉ ग्रुप में कुछ शेयर खरीदे। एक साल में लुई वितॉ के 43% शेयर पर उनका कब्जा हो गया। 13 जनवरी 1989 को वो लुई वितॉ के निर्विरोध चेयरमैन चुने गए। इसके बाद बर्नार्ड अरनॉल्ट ने अपने बिजनेस का विस्तार और ब्रांड्स का अधिग्रहण करना शुरू किया। पिछले 10 साल में उनकी नेटवर्थ में करीब 500% की बढ़ोतरी हुई है।