22 जनवरी को अयोध्या में क्या करेंगे पीएम मोदी? जानें क्या-क्या है तैयारी

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(www.arya-tv.com) अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन में अब केवल कुछ ही दिन बचे हैं। इस खास मौके के इंतजार में देशभर का माहौल राममय होता जा रहा है। 22 जनवरी को मंदिर के उद्घाटन की तैयारियां की जा रही हैं। पीएम नरेन्द्र मोदी मंदिर के उद्घाटन के साथ ही प्रभु श्रीराम की प्रतिमा के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होंगे।

श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने समारोह में 7,000 से अधिक लोगों को आमंत्रित किया है। ऐसे में लोगों के मन में यह सवाल है कि आखिर प्रधानमंत्री अयोध्या पहुंच कर वहां पर क्या-क्या करेंगे।

22 जनवरी को रख सकते हैं व्रत

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पीएम मोदी 22 जनवरी को व्रत रखेंगे। बताया जा रहा है कि यह व्रत राम मंदिर से जुड़े अनुष्ठान में शामिल होने के लिए रखा जाएगा। 22 जनवरी को मंदिर में मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा मंत्रोच्चार के साथ की जाएगी।

प्रधानमंत्री मोदी उस दिन सुबह 11 बजे से दोपहर के बीच वहां प्रारंभिक पूजा करेंगे।यह पहली बार नहीं है कि पीएम मोदी व्रत रखेंगे। इससे पहले 5 अगस्त 2020 को जब राम मंदिर का भूमि पूजन समारोह हुआ था तो उस समय भी पीएम मोदी ने व्रत रखा था।

500 साल से भी अधिक समय के बाद भगवान राम मंदिर में विराजमान होंगे। ऐसे में इस ऐतिहासिक घटना का गवाह बनने के लिए पीएम मोदी के साथ कई गणमान्य लोग मौजूद होंगे। आम लोगों के लिए यह मंदिर 26 जनवरी से खुलेगा।

कैसा है मंदिर का प्रवेश द्वार

अयोध्या में राम मंदिर के मुख्य द्वार पर हाथियों, शेरों, भगवान हनुमान और ‘गरुड़’ की अलंकृत मूर्तियां स्थापित की गई हैं। इन मूर्तियों को मंदिर की ओर जाने वाली सीढ़ियों के दोनों ओर लगाए गए स्तरीय फलकों पर स्थापित किया गया है।

निचले फलक पर हाथी की एक-एक मूर्ति है, दूसरे स्तर पर शेर की एक मूर्ति है और सबसे ऊपर वाले फलक पर, भगवान हनुमान की मूर्ति एक तरफ है जबकि दूसरी तरफ ‘गरुड़’ की मूर्ति है।

मंदिर में प्रवेश पूर्व दिशा से और निकास दक्षिण दिशा से होगा। संपूर्ण मंदिर अधिरचना अंततः तीन मंजिला होगी होगी। मुख्य मंदिर तक पहुंचने के लिए भक्त पूर्वी दिशा से 32 सीढ़ियां चढ़ेंगे।

इस साल के अंत तक पूरा होगा निर्माण

अयोध्या में तीन मंजिला राम मंदिर का निर्माण इस साल दिसंबर तक पूरा हो जाएगा। पारंपरिक नागर शैली में निर्मित मंदिर परिसर 380 फीट लंबा (पूर्व-पश्चिम दिशा), 250 फीट चौड़ा और 161 फीट ऊंचा होगा।

मंदिर की प्रत्येक मंजिल 20 फीट ऊंची होगी। इसमें कुल 392 खंभे और 44 द्वार होंगे। मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा का कहना है कि अभी, भूतल का निर्माण हुआ है, पहली और दूसरी मंजिल का निर्माण दिसंबर 2024 तक पूरा हो जाएगा।

मिश्रा ने कहा कि वे इसके कम से कम 1,000 साल टिकने की उम्मीद कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगले चार-पांच महीनों में कम से कम 75,000 से एक लाख लोगों के मंदिर की यात्रा करने का अनुमान है।