गांव- गांव लग रहीं पाठशाला, किसान को उन्नत खेती का दिया जा रहा ज्ञान

Agra Zone

आगरा (www.arya-tv.com) गांव-गांव पाठशाला लग रही हैं और किसानों को उन्नत खेती का ज्ञान एवं समस्याओं का निदान बताया जा रहा है। किसान भी अपनी समस्याएं गिना रहे हैं। उनका कहना है कि नहरें सूखी पड़ी हैं। भूगर्भ जलस्तर गिरता जा रहा है। सिंचाई के लिए पानी नहीं है, जिससे फसलों को नुकसान हो रहा है।

कृषि विभाग के विशेषज्ञों ने उन्हें बताया कि एक ही तरह की फसलें करने से मृदा की उर्वरकता घटती है। फसल चक्र अपनाया जाना चाहिए, जिससे उर्वरकता का संतुलन बनाया जा सके। विशेषज्ञों ने किसानों को बेहतर पैदावार के बारे में समझाने के साथ ही कम पानी में होने वाली फसलों की जानकारी दी।

साेमवार से न्याय पंचायत स्तर पर शुरू हुई किसान पाठशाला में किसानों को पैदावार बढ़ाने और खर्च घटाने के बारे में बताया गया। जिला कृषि अधिकारी डा. रामप्रवेश ने बताया कि फसल की बुवाई से पहले मृदा की जांच कराई जाए, जिससे मृदा की आवश्यकता का ज्ञान होगा और वही पोषक तत्व दिए जाएंगे, जिनकी कमी होगी। इससे मृदा का संतुलन भी बना रहेगा।

वहीं सिंचाई के लिए टपक सिंचाई माध्यम उपयोगी है। इससे पानी की बचत होती है। जिला कृषि अधिकारी ने बताया कि पाठशाला में उपस्थित कृषि विभाग के कर्मचारी पीएम किसान सम्मान निधि की अड़चने भी दूर करा रहे हैं। सम्मान निधि की आठवीं किस्त अप्रैल में जारी होगी।

इससे पहले ऐसे किसान जिनकी निधि खाते में नहीं आ रही है, या आवेदन के बाद भी वे लाभार्थी नहीं बन पाए हैं, उनकी समस्या का निस्तारण कराया जा रहा है। कुछ किसान ऐसे भी हैं जिनका खाता आधार से लिंक नहीं है या दो से तीन किस्त के बाद निधि नहीं आ रही है। दोनों दिन सभी समस्याओं का निस्तारण कराया जाएगा।