विकास दुबे: 67 करोड़ रुपये की संपत्ति ​हुई जब्त, अन्य संपत्ति की तलाश जारी

Kanpur Zone

(www.arya-tv.com) उत्तर प्रदेश पुलिस की टीम पर हमला कर एक सीओ सहित आठ पुलिसकर्मियों की हत्या करने के मामले में मुख्य आरोपित विकास दुबे की संपत्तियों को जब्त करना शुरू कर दिया है। कानपुर के जिलाधिकारी की रिपोर्ट पर सोमवार को 67 करोड़ की संपत्ति जब्त की गई है। अब कानपुर देहात के साथ ही लखनऊ के जिलाधिकारी से भी उसकी संपत्तियों का ब्यौरा मांगा गया है।

कानपुर में एसपी आउटर की रिपोर्ट पर सोमवार को विकास दुबे और उसके रिश्तेदारों की 67 करोड़ की संपत्तियां जब्त की गई हैं। यहां पर एसपी आउटर की रिपोर्ट पर डीएम कोर्ट ने विकास दुबे की कानपुर के चौबेपुर की संपत्तियों को अटैच किया है। अब कानपुर देहात के बिकरू तथा लखनऊ की संपत्तियों पर भी सरकार की नजर है। विकास दुबे की इन सभी संपत्तियों पर तहसीलदार स्तर का अधिकारी तैनात होगा। कानपुर से कानपुर देहात तथा लखनऊ के डीएम उसकी संपत्तियों को जब्त करने के लिए पत्र भेजा जाएगा और शीघ्र ही कार्रवाई की जाएगी।

कानपुर आउटर के एसपी अजीत सिन्हा की रिपोर्ट पर डीएम कोर्ट ने उसकी संपत्तियों को अटैच करने का आदेश दिया। इन जब्त हुई संपत्तियों में विकास दुबे की पत्नी की संपत्ति, मां की संपत्ति और दोनों बेटों की संपत्ति शामिल है। बिकरू कांड के बाद तो प्रशासन ने गांव में विकास दुबे के बड़े मकान को बुलडोजर चलाकर जमींदोज कर दिया था।

इसके बाद उसकी तथा उसकी पत्नी रिचा दुबे और रिश्तेदारों की संपत्तियों की लिस्ट काफी मशक्कत के बाद तैयार की। जिन संपत्तियों को जब्त किया गया है, वो सब विकास दुबे, उसकी मां सरला दुबे, पत्नी ऋचा दुबे, छोटे भाई दीपू, बेटे आकाश और शानू के नाम पर हैं। कानपुर जिला प्रशासन ने विकास दुबे की बिकरू, चौबेपुर, कानपुर देहात और लखनऊ की 13 अचल और दस चल संपत्तियों को जब्त किया है। कानपुर की इन सभी संपत्तियों पर तहसीलदार स्तर का अधिकारी बतौर रिसीवर तैनात होगा। इसके अलावा कानपुर देहात और लखनऊ डीएम को रिसीवर बैठाने के लिए पत्र भेजा जाएगा।

कानपुर के चौबेपुर थाना क्षेत्र के बिकरू गांव में दो जुलाई को विकास दुबे और उसके गुर्गों ने गांव पहुंची पुलिस टीम पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी थी। इसमें आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे। पुलिस ने इसके बाद विकास दुबे के कई साथियों को एनकाउंटर में मार गिराया था, जबकि खुद विकास फरार हो गया था। पुलिस ने कुछ दिनों बाद उसे मध्य प्रदेश के उज्जैन में पकड़ा और कानपुर लाते समय रास्ते में कथित रूप से फरार होने के दौरान पुलिस की मुठभेड़ में वो मारा गया।