गांव-गांव में गई विकसित भारत संकल्प यात्रा ने हर व्यक्ति को प्रधानमंत्री के नेतृत्व में पिछले 10 वर्षों में देश में हुए विकास : मुख्यमंत्री

Lucknow
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ  ने कहा है कि अयोध्या में भारत के राष्ट्र मन्दिर की पुनप्र्रतिष्ठा तथा देश के गौरव की प्राण प्रतिष्ठा का कार्य सम्पन्न हुआ है। भारत की लोक आस्था का सम्मान हुआ। भारत का जनविश्वास सुदृढ़ हुआ है। लोकतांत्रिक व्यवस्था पर लोगों का विश्वास मजबूत हुआ है। भारत की सनातन आस्था गौरवान्वित हुई है। यह अपने उन सभी पूर्वजों के प्रति तर्पण, अर्पण का एक अवसर था, जिन्होंने स्वयं को इस पूरे आन्दोलन के प्रति होम किया था। 22 जनवरी, 2024 को अयोध्या ऐसी लग रही थी, जैसा तुलसीदास जी ने कहा है कि ‘अवधपुरी प्रभु आवत जानी, भई सकल सोभा कै खानी।’ अर्थात अवधपुरी पूरी तरह शोभायमान थी।
मुख्यमंत्री  विधान सभा में राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल  द्वारा राज्य विधान मण्डल के समवेत सदन में दिए गए अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव का समर्थन करते हुए अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पक्ष और विपक्ष के 100 से अधिक सदस्यों ने इस पूरी चर्चा में भाग लिया। उन्होंने राज्यपाल जी द्वारा प्रस्तुत अभिभाषण के लिए उनके प्रति आभार व्यक्त किया तथा चर्चा में भाग लेने वाले सभी सदस्यों को धन्यवाद दिया।

मुख्यमंत्री  ने कहा कि प्रभु श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा तथा भारत के गौरव की पुनस्र्थापना की प्रसन्नता के साथ-साथ इस बात की भी प्रसन्नता थी कि हमने वचन निभाया और मन्दिर वहीं बनाया। जो कहा सो किया। जो संकल्प लिया उसकी सिद्धि हुई। हम केवल बोलते नहीं करते भी हैं। आज नव्य, भव्य और दिव्य अयोध्या को देखकर प्रत्येक व्यक्ति अभिभूत है। यह कार्य बहुत पहले हो जाना चाहिए था। मन्दिर विवाद न्यायालय में लम्बित था, लेकिन वहां की सड़कों को चैड़ा तथा घाटों का पुनरुद्धार किया जा सकता था। अयोध्यावासियों को बिजली की आपूर्ति की जा सकती थी। अयोध्या में स्वच्छता की व्यवस्था की जा सकती थी। स्वास्थ्य की बेहतर सुविधाएं दी जा सकती थीं। एयरपोर्ट का निर्माण किया जा सकता था।

मुख्यमंत्री  ने कहा कि अयोध्या में गुप्तार घाट, राम घाट तथा नया घाट एक नए स्वरूप में आ गए हैं। रामजी की पैड़ी पर दीपोत्सव का भव्य आयोजन हो रहा है। अयोध्या में 6-6 मल्टीलेवल पार्किंग बनी हैं। वहां रैनबसेरे बन रहे हैं। नई अयोध्या बसाने के लिए टाउनशिप की नई स्कीम आ रही है। अयोध्या में सभी राज्यों के स्टेट गेस्ट हाउस बनाने तथा भारत के सनातन धर्म से जुड़े हर पंथ और सम्प्रदाय को धर्मशाला निर्माण के लिए भूमि आवंटन की कार्यवाही चल रही है।

मुख्यमंत्री  ने कहा कि संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने अयोध्या से सम्बन्धित संकल्प सदन में रखा, जिस पर कुछ सदस्यों ने अपना विरोध व्यक्त करने का प्रयास किया। यह कृत्य जनभावनाओं के विपरीत है। जनभावनाएं कहती हैं कि ‘जाके प्रिय न राम बैदेही, तजिये ताहि कोटि बैरी सम, जदपि परम सनेही।’ आज हम से पूरा भारत एक नई अपेक्षा रखता है। इसी अपेक्षा के साथ आज अयोध्या प्रभु के दर्शन करने के लिए सभी को आमंत्रित करती है। प्रभु श्रीराम सबके हैं। वह भक्तवत्सल हैं। हम सभी को वहां जाना चाहिए। पूरा देश और पूरी दुनिया अयोध्या आना चाहती है। राज्यपाल जी ने अपने अभिभाषण की शुरुआत यहीं से की थी, लेकिन नेता प्रतिपक्ष ने इस पर एक भी शब्द नहीं बोला। पूरे सदन को राज्यपाल जी के शब्दों के प्रति समवेत स्वर से समर्थन करना चाहिए था, लेकिन वह नहीं हो पाया।

मुख्यमंत्री  ने कहा कि देश की पहली रैपिड रेल भी उत्तर प्रदेश में चली है। उत्तर प्रदेश देश में ऐसा पहला राज्य है, जहां पर सोलर चरखे से उत्पादित खादी को भी मान्यता दी गयी है। सोलर चरखा बुनकरों को निःशुल्क उपलब्ध करवाने का कार्य हुआ है। नदियों के पुनरुद्धार और वॉटर कंजर्वेशन के लिए भी उत्तर प्रदेश देश में नंबर एक पर है। वृक्षारोपण में भी देश में उत्तर प्रदेश ही नंबर एक पर है। यह नए भारत का नया उत्तर प्रदेश है जिसकी पहचान आज देश के ग्रोथ इंजन के रूप में हो रही है। आज उत्तर प्रदेश, देश के विकास को ब्रेक थ्रू दे रहा है। राज्यपाल जी ने अपने अभिभाषण में इन सभी मुद्दों का उल्लेख करके वर्ष 2017 से प्रदेश की उपलब्धियां का दस्तावेज प्रस्तुत किया है।
मुख्यमंत्री  ने राज्यपाल  को समवेत सदन के प्रति दिए गए उनके मार्गदर्शन और अभिभाषण के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि अध्यक्ष जी ने 11 फरवरी की तिथि हम सभी को अयोध्या में जाने के लिए तय की है। मुख्यमंत्री  ने सभी से 11 फरवरी को अयोध्या जाने का आह्वान किया।