- जब विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना नें सदन से कहा – ध्यान से सुनें डॉ. राजेश्वर सिंह को
- बजट सत्र के 6वें दिन सामान्य चर्चा पर सरोजनीनगर के विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह का तथ्यात्मक संबोधन
- विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने की विधायक डॉ राजेश्वर के ज्ञान की तारीफ़, नए विधानसभा सदस्यों का ध्यान किया आकर्षित
- इतिहास में किसी भी राज्य के सबसे बड़े बजट का पेश होना ये दर्शाता है कि यूपी ने देश के ग्रोथ इंजन के रूप में नई पहचान बनाई है: राजेश्वर सिंह
- सामाजिक कल्याण, सामजिक सुरक्षा, सामाजिक सम्मान को समर्पित यह बजट हिन्दुस्तान के किसी भी राज्य का सबसे बड़ा बजट है : राजेश्वर सिंह
- डॉ. राजेश्वर सिंह ने की यूपी सरकार के नीतियों की तारीफ, कहा कैपिटल एक्सपेंडिचर पर 2 लाख 3 हजार करोड़ का है प्रावधान, आधारभूत संरचना का होगा विकास
- डॉ. राजेश्वर सिंह ने आंकड़ों के साथ विधानसभा में रखा यूपी सरकार की उपलब्धि, कहा- 5 लाख 31 हजार कैपिटल एक्सपेंडिचर पर हुआ खर्च जो हिन्दुस्तान के किसी भी राज्य से है ज्यादा
- डॉ. राजेश्वर सिंह ने विपक्ष के 1 ट्रिलियन इकॉनमी के सवाल का विधानसभा में दिया जवाब, कहा हर 2 साल में बढ़ रहा 1 ट्रिलियन इकॉनमी
लखनऊ : यूपी विधानसभा में बजट सत्र के 6वें दिन सामान्य चर्चा पर बोलते हुए सरोजनीनगर के विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने राम मंदिर को समर्पित इतिहास के सबसे बड़े बजट के लिए मुख्यमंत्री माननीय योगी आदित्यनाथ जी और वित्त मत्री सुरेश खन्ना जी का धन्यवाद दिया। उन्होने कहा कि 22 जनवरी के सफल आयोजन के लिए मैं प्रधानमत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को धन्यवाद देता हूं। ये हमारे 5500 हजार साल के सनातन संस्कृति का स्वर्णिम क्षण था। जिसके हम सब साक्षी बने हैं। राजेश्वर सिंह ने प्रदेश के लोकमंगल को समर्पित 7 लाख 36 हजार करोड़ का हिंदुस्तान के किसी भी प्रदेश से सबसे बड़ा बजट दिया। योगी आदित्यनाथ जी के नेतृत्व और वित्त मंत्री सुरेश खन्ना जी के दूरदर्शी नीतियों के कारण आज उत्तर प्रदेश पिछले पांच वर्षों में अपने जीएसडीपी को डबल कर चुका है।
12.89 लाख करोड़ से 25 लाख करोड़ हो चुका है। हमारा बजट तो 3 लाख 46 हजार करोड़ हुआ करता था। आज 7 लाख 36 हजार करोड़ का हो चुका है। आज जो बजट की सबसे महत्वपूर्ण बात है। बजट का सबसे महत्वपूर्ण बात है इस बजट में 2 लाख 3 हजार करोड़ कैपिटल एक्सेंडीचर का प्रावधान किया गया है। कैपिटल एक्सपेंडीचर वो है जिससे आधारभूत संरचना का विकास किया जाता है।
इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना नें सदन से कहा कि –
(जो हमारे नये सदस्य है, मेरा उनसे निवेदन है कि जो ये माननीय राजेश्वर जी कह रहे हैं उसे सुने। कई सारी चीजे हमें विधानसभा में बैठने से सीखने को मिलती है। कैपिटल एक्सपेंडीचर क्या होता है। बहुत सारे लोग सिर्फ भाषण देकर अपने क्षेत्र की बाते करते हैं। उन्होने कैपिटल एक्सपेंडीचर की बात कही तो उनकी तरफ ध्यान आकर्षित करें। कैपिटल एक्सपेंडीचर के बारे में क्या होता है उसके बारे में जानकारी भी होनी चाहिए।)
ये दूरदर्शी नीतिया हैं योगी आदित्यनाथ की, आदरणीय सुरेश खन्ना की हैं, उन्होने कैपिटल एक्सपेंडीचर के लिए 2 लाख 3 हजार करोड़ का प्रावधान रखा है जिससे आधारभूत सरचना का लगातार विकास हो रहा है। एक्सप्रेस वे बन रहे हैं। मेट्रो बन रही है, हवाई अड्डे बन रहे हैं। और सड़कों का जाल बिछ रहा है। ये जानकर सबको खुशी होगी पिछले 5 वर्षों में उत्तर प्रदेश ने 5 लाख 31 हजार करोड़ कैपिटल एक्सपेंडीचर में खर्च किया है। जो हिंदुस्तान के किसी भी राज्य से ज्यादा है। हम महाराष्ट्र से ज्यादा हैं , कर्नाटक से ज्यादा हैं, आन्ध्र प्रदेश से ज्यादा है, तमिलनाडू से ज्यादा हैं। इसी कारण उत्तर प्रदेश का विकास हो रहा है। 24 हजार करोड़ का प्रावधान किया है नई योजनाओं के लिए। 74 हजार करोड़ का रिव्यू सरप्लस है। बजट का फिसिकल डेफिसिट नियंत्रण में है। ये दिखाता है कि हमारा बजट कितना अच्छा है।
आगे विधायक नें सदन में कहा की सबेरे से बात हो रही है वन ट्रिलियन इकॉनमी की। कि वन ट्रिलियन इकॉनमी कैसे होगा। ऐसे ही लगता था कि फाइव ट्रिलियन इकॉनमी हिंदुस्तान कैसे होगा। हम किस गति से बढ़ रहे हैं इसकी किसी को कल्पना नहीं है। हमारा पहला ट्रिलियन 60 साल में हुआ। दूसरा ट्रिलियन बनने में हमें 7 साल लगे। तीसरा ट्रिलियन बनने में हमें 5 साल लगे। और अब हम हर ट्रिलियन 2 साल में अपनी इकॉनमी बढ़ा रहे हैं। ये हमारे हिंदुस्तान और प्रदेश की गति है। आज पूरा विश्व 3.5 % की गति से बढ़ रहा है हम 7 % ग्रोथरेट से आगे बढ़ रहे हैं। ये हमारी स्पीड है । इसके लिए मैं आदरणीय योगी की, आदरणीय खन्ना जी को और आदरणीय मोदी को धन्यवाद भी देता हूं। ये उनका विजन है कि हिंदुस्तान एक विकसित राष्ट्र के रूप में स्थापित होता जा रहा हूं। मैं धन्यवाद देता हूं आदरणीय योगी जी को कि उन्होने मेरे प्रस्ताव एरो सिटी हो, स्टेट कैपिटल रीजवन हो उस पर विचार किया, उसको आगे ले गए।
एरोसिटी बनने से लखनऊ ही नहीं पूरे उत्तर प्रदेश का फायदा होगा। स्टेट कैपिटल रीजन एनसीआर की तर्ज पर बनने से पूरे क्षेत्र का विकास होगा। मैं बहुत ह्रदय से आभार व्यक्त करता हूं और मैं आशा करता हूं कि मेरे दो प्रस्ताव लंबित चल रहे हैं जिसपर माननीय मुख्यमंत्री जी ने आश्वासन भी दिया है कि लखनऊ यूनिवर्सिटी का एग्रीकल्चर कैंपस जल्दी से सरोजनीनगर में स्थापित होगा और हमारा स्कूल ऑफ फॉरेन लैंग्वेज का कैंपस भी जल्दी होगा उनके आशीर्वाद से सरोजनीनगर में अब तक नेवल वॉर म्यूजियम स्थापित हो चुका है डिजास्टर मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट स्थापित हो चुका है और सरोजनीनगर हिंदुस्तान के नक्शे पर आ रहा है।
डॉ. राजेश्वर सिंह नें कुछ आकड़ों के साथ बजट को लेकर बताया कि ये बजट सामानिक न्याय, सामाजिक सुरक्षा और सामाजिक सम्मान को बढ़ा रहा है, 1 करोड़ से ज्यादा निराश्रित महिलाओं को, वृद्ध जनों को दिव्यांग जनों को पेंशन मिल रही है, 50 लाख से ज्यादा छात्र छात्राओं को छात्रवृत्ति दे रहा है और 11 हजार 22 करोड़ का प्रावधान किया है इसके लिए आदरणीय खन्ना जी को बधाई देता हूं, सबसे महत्वपूर्ण है कि उत्तर प्रदेश में 25 वर्ष से कम उम्र के लगभग 13 करोड़ आबादी है। दुनिया के 168 देशों की कुल आबादी से ज्यादा आबादी उत्तर प्रदेश की है उनके लिए आने वाले चैलेंजेज से निपटने के लिए, उनके लिए सबसे बड़ा चैलेंज है आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस। उसके लिए कैसे, युवाओं को जागरूक किया जाए। जिसके लिए आदरणीय योगी जी ने, आदरणीय खन्ना ने बजट में 4000 करोड़ का प्रावधान किया है युवाओं को करीब 2 करोड़ टैबलेट दिए जाए। 500 करोड़ का प्रावधान किया है डिजिटल लाइब्रेरी के लिए। 500 करोड़ से ज्यादा का प्रावधान किया है कि स्मार्ट क्लासेस लगाई जाए। ताकि युवा डिजिटली साक्षर बने। जैसा कि प्रेडिक्शन है 2045 तक एज ऑफ इंटेलिजेस मसीन आ रही है जो मानव को आउट ऑफ परफार्म करने की क्षमता रखती है। तो डिजिटल शिक्षा उत्तर प्रदेश में सबसे महत्वपूर्ण है।
अपनी विधानसभा में किये जा रहे विकास कार्यों पर ध्यान आकर्षित करते हुए विधायक नें बताया कि सरोजनीनगर में भी लगातार बच्चों और युवाओं को हर संसाधन उपलब्ध कराने का प्रयास कर रहे हैं। सरोजिनीनगर में 4 स्कूलों को गोद लिया है, पहाड़पुर स्कूल को मॉडल स्कूल में विकसित कराया है। सीएसआर के माध्यम से 25 डिजिटल लाइब्रेरी, 20 से अधिक स्कूलों में स्मार्ट क्लास बनवाएं। और मेधावियों को लैपटॉप और स्मार्ट फोन का वितरण कराया जा रहा है। पहले पुलिस का बजट बढ़ाया गया है 2016-17 में लगभग 16 हजार करोड़, फिर 22-23 में 37 हजार करोड़ और अब बढ़कर 39550 करोड़ हो गया है।
कानून व्यवस्था को लेकर मुख्यमंत्री योगी की तारीफ करते हुए विधायक नें कहा कि वो जानते हैं कि किसी भी राज्य का विकास तभी हो सकता है जब वहां की कानून व्यवस्था अच्छी होगी। लगातार पुलिस में भर्तियां की जा रही है। 1.55 लाख से ज्यादा की भर्तियां की गई। 1.5 लाख से ज्यादा लोगों को प्रमोशन दिया गया। पुलिस का मनोबल उंचा है जिसका परिणाम ये रहा कि 20 मार्च 2017 से 15 जनवरी 2024 तक मुठभेड़ों में 196 अपराधी मारे गए और 6092 घायल हुए। गैंगस्टर एक्ट के तहत 23063 मामले दर्ज हुए, 72966 गिरफ्तार हुए और 125 अरब रुपये की चल-अचल संपत्ति जब्त या कुर्क की गई, 910 अपराधियों पर NSA लगाई गई। तबी आज उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था हिंदुस्तान की सबसे अच्छी कानून व्यवस्था है। और सबसे ज्यादा निवेश उत्तर प्रदेश में आ रहा है।