H-1B वीजा पर पलटे ट्रम्प, पहले विरोध अब समर्थन:कहा- मैं हमेशा से इसके सपोर्ट में

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(www.arya-tv.com) अमेरिका में अब तक H-1B वीजा का विरोध कर रहे डोनाल्ड ट्रम्प ने पलटी मार ली है। ट्रम्प ने शनिवार को कहा कि वो इसका समर्थन करते हैं। ट्रम्प ने न्यूयॉर्क टाइम्स से कहा कि मैं हमेशा से इस वीजा के सपोर्ट में रहा हूं।

इससे पहले इलॉन मस्क ने शुक्रवार देर रात एक्स पर एक पोस्ट किया जिसमें विदेशी कामगारों के लिए H-1B वीजा के समर्थन में युद्ध करने तक की कसम खाई थी। वहीं, ट्रम्प का ताजा बयान इस साल नवंबर में उनके इलेक्शन कैंपेन के दौरान दिए गए बयान से एक दम उलट है। इलेक्शन कैंपेन के दौरान ट्रम्प ने अवैध प्रवासियों को देश से निकालने और वीजा पॉलिसी को सख्त बनाने की बात कही थी।

इससे पहले ट्रम्प ने 2020 में H-1B और L-1 वीजा को संस्पेंड कर दिया था। ट्रम्प ने 2016 के इलेक्शन कैंपेन में भी H-1B वीजा का विरोध किया था। तब उन्होंने कहा था कि यह वीजा प्रोग्राम वर्कर्स के लिए बहुत बुरा है और हमें इसे जल्द खत्म कर देना चाहिए।

इसी साल नवंबर में अपने इलेक्शन कैंपने के दौरान ट्रम्प ने वीजा नियमों को सख्त बनाने की बात कही थी।

H-1B वीजा क्या होता है?

H-1B नॉन-इमीग्रेंट वीजा होता हैं, जिसके तहत अमेरिकी कंपनियों को विशेष तकनीकी दक्षता वाले पदों पर विदेशी पेशेवरों को नियुक्त करने की अनुमति होती है। इस वीजा के जरिए टेक्नोलॉजी सेक्टर की कंपनियां हर साल भारत और चीन जैसे देशों से हजारों वर्कर्स की नियुक्ति करती है।

H-1B वीजा आमतौर पर उन लोगों के लिए जारी किया जाता है,जो किसी खास पेशे (जैसे-IT प्रोफेशनल, आर्किट्रेक्टचर, हेल्थ प्रोफेशनल आदि) से जुड़े होते हैं। ऐसे प्रोफेशनल्स जिन्हें जॉब ऑफर होता है उन्हें ही ये वीजा मिल सकता है। यह पूरी तरह से एम्पलॉयर पर डिपेंड करता है। यानी अगर एम्पलॉयर नौकरी से निकाल दे और दूसरा एम्पलॉयर ऑफर न करे तो वीजा खत्म हो जाएगा।

वीजा पर ट्रम्प समर्थकों की राय भी आपस में बंटी हुई

H-1B वीजा को लेकर ट्रम्प समर्थकों की राय भी आपस में बंटी हुई है। लॉरा लूमर, मैट गेट्ज और एन कूल्टर जैसे ट्रम्प समर्थक खुलकर इस वीजा का विरोध कर रहे हैं। इन लोगों का कहना है कि H-1B वीजा से विदेशी लोगों को अमेरिका में नौकरी मिलने मिलेगी और अमेरिकी लोगों की नौकरियां छिन जाएगी।

दूसरी तरफ जल्द ही ट्रम्प सरकार में डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी (DoGE) संभालने वाले इलॉन मस्क और विवेक रामास्वामी ने H-1B वीजा का समर्थन किया है। इनका कहना है कि अमेरिका को आर्थिक रूप से मजबूत करने के लिए दुनिया के टॉप लोगों को नौकरियों पर रखनी चाहिए।