48 घंटे तक बंद ​रखेंगे फोन बिजली निगम के अवर अभियंता, जानिए कारण

Gorakhpur Zone

(www.arya-tv.com) वेतन विसंगतियों को दूर करने, निर्बाध बिजली आपूर्ति के लिए संसाधन उपलब्ध कराने समेत कई मांगों को लेकर बिजली निगम के जूनियर इंजीनियर आज से आंदोलन शुरू करेंगे। मंगलवार सुबह 10 से गुरुवार सुबह 10 बजे तक 48 घंटे के लिए जूनियर इंजीनियर अपना विभागीय सीयूजी नंबर बंद रखेंगे। इस दौरान वह वीडियो कांफ्रेंसिंग और विभागीय वाट्सएप ग्रुप पर भी मौजूद नहीं रहेंगे।

उपभोक्‍ताओं को दो द‍िन तक झेलनी पड़ेगी परेशानी
ऐसे में दो दिनों तक उपभोक्ता एवं बिजली विभाग के अधिकारी अवर अभियंता से संपर्क नहीं कर सकेंगे।ऐसे में फाल्ट की समस्या आने पर उपभोक्ताओं परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।

आज से शुरू होगा आंदोलन का चौथा चरण
राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर्स संगठन (उप्र) के केंद्रीय उपाध्यक्ष अजय कुमार ने कहा कि संगठन ने अपनी जायज मांगों को लेकर दो सप्ताह तक शांतिपूर्वक ध्यानाकर्षण आंदोलन चलाया, लेकिन ऊर्जा का शीर्ष प्रबंधन हमारी ज्वलंत समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया। ऐसे में संगठन के सामने आंदोलन के सिवाए कोई विकल्प नहीं बचा है। 48 घंटों तक सभी अवर अभियंतों के सीयूजी नंबर बंद रहेंगे। इस दौरान अाम उपभोक्ताओं को जो भी समस्याएं होंगी उसके लिए बिजली नि‍गम जिम्मेदार होगा। जनपद सचिव दीपक गुप्ता ने बताया कि मंगलवार से आंदोलन का चौथा चरण शुरू किया जा रहा है।

समीक्षा वीडियो क्रान्फ्रेंसिंग में भी नहीं लेंगे भाग
अगले निर्देशों तक प्रबंधन की तरफ से किए जाने वाले समीक्षा वीडियो क्रान्फ्रेंसिंग कार्यक्रम में प्रतिभाग नहीं करेंगे। इसके अलावा सुबह 10 बजे से ही सभी अवर अभियंता विभागीय व्हाट्सएप ग्रुप से सभी बाहर रहेंगे। केंद्रीय उपाध्यक्ष अजय कुमार ने बताया कि विभागीय कार्यों के संपादन हेतु विभाग द्वारा लैपटाप/ कंप्यूटर/इंटरनेट डाटा एवं अन्य आवश्यक संसाधन उपलब्ध नहीं कराता है। ऐसे में झटपट पोर्टल/ईआरपी पर किये जाने वाले काम भी मंगलवार सुबह 9 बजे से बंद रहेंगे। उन्होंने सभी वरिष्ठ पदाधिकारियों का आवाहन करते हुए आंदोलन को सफल बनाने की अपील की।

इसमें सुबह 10 से अगले 48 घंटे तक नंबर बंद रहेगा। इस दौरान जूनियर इंजीनियर उपवास भी रखेंगे। उन्होंने बताया कि समस्याओं के निराकरण नहीं हो रहा है, ऐसे में संगठन को आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ रहा है। क्षेत्रीय सचिव ने कहा कि हम दो सप्ताह से शांति पूर्वक आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि केंद्रीय नेतृत्व के आह्वान पर आगे इससे बड़ा आंदोलन किया जाएगा।