यूपी में 11 लोगों की डूबने से मौत:महराजगंज में चार बच्चे पोखर में डूबे

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(www.arya-tv.com)उत्तर प्रदेश के 5 जिलों में बीते 4 दिनों में 11 लोगों की डूबने से मौत हो गई है। जिसमें 6 बच्चे है जो नहाने गए और गहरे पानी या तेज बहाव में डूब गए। जिससे उनकी मौत हो गई है। दरअसल, तेज बारिश के चलते नदी,नाले व पोखर पानी से भर गए, जबकि कई जगह बाढ़ के हालात है। इसके पीछे की एक वजह यह भी है कि लोगों ने लापरवाही बरतीं और प्रशासन के जारी किए अलर्ट को ध्यान नहीं रखा गया है।

महराजगंज: दो हादसों में हुई 4 की मौत
पहला मामला जिले के बृजमनगंज कस्बे का है। जहां इमरान(7) अपने ननिहाल आया हुआ था। मंगलवार की दोपहर वह अपने मोहल्ले के एक बच्चे आवेश(7) के साथ घर के पीछे खेल रहा था। उसी वक्त दोनों बच्चे पीछे के गड्ढे में गिर पड़े जो कि बारिश के पानी से भरा हुआ था। उसमें डूबकर दोनों की मौत हो गई है। काफी देर तक जब बच्चे कहीं दिखाई नहीं दिए तो शाम को घरवालों ने उनकी तलाश करना शुरु किया। जब गड्ढे के पास जाकर देखा तो एक बच्चे का मृत शरीर पानी में उतराता मिला। परिजनों का शोर सुनकर मौके पर स्थानीय लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई। एक बच्चे के शव को तो लोगों ने बाहर निकाल लिया लेकिन दूसरा शव तालाब में फंसा हुआ था। जिसे मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थानीय लोगों और गोताखोर की मदद से बाहर निकाला। दूसरे मामले में सोमवार को बेलवां चौधरी गांव में शमा अपनी चचेरी बहन शबीना और गांव के कुछ बच्चों के साथ एक ईंट-भट्ठे के पास बकरी चराने गई थीं। जहां पास में ही एक गड्ढे में बारिश का पानी भरा था। साथ गए कुछ बच्चे उसमें नहाने लगे। यह देख शमा भी गड्ढे में उतर कर नहाने लगी। कुछ ही देर में वह डूबने लग गई, जिसे देख शबीना उसे बचाने के लिए गड्ढे में कूद पड़ी। तैराकी ना आने के चलते दोनों ने गड्ढे में ही दम तोड़ दिया। साथ गए एक बच्चे ने इसकी सूचना परिजनों को दी। जिसके बाद बच्चियों के परिजन घटनास्थल पर पहुंचे। शबीना के भाई इरफान व अन्य परिजनों ने जाल डालकर एक घंटे तक पानी में शवों को खोजा और मिलने पर दोनों शवों को बाहर निकाला गया। पुलिस ने शवों को कब्जे में ले लिया और पंचनामा बनवाकर दोनों शवों को उनके हवाले कर दिया।

फतेहपुर: कोचिंग से लौटते वक्त हुआ हादसा

मामला थरियांव थाना क्षेत्र के लक्ष्मनपुर गांव का है। जहां का निवासी धरमराज(14) रोज की तरह आज भी सुबह साढ़े आठ बजे अपने घर से कोचिंग पढ़ने निकला था। लौटते वक्त उसने शीतला माता का मेला लगा हुआ देखा तो वहां मौजूद एक तालाब में नहाने चला गया। वहां पहले से कई अन्य लड़के नहा रहे थे। नहाते वक्त छात्र का पांव फिसल गया और वह गहरे पानी में चला गया। जिसमें डूबने से उसकी मौत हो गई। सूचना प्राप्त होते ही घरवाले तालाब पर पहुंचे और मृतक की तलाश शुरु कर दी। दो घंटों की मशक्कत के बाद जाल डालकर गहरे पानी से उन लोगों ने धरमराज का शव बाहर निकाला और जिला अस्पताल लेकर गए। जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया है।

सीतापुर: नहाते वक्त हुआ हादसा

मामला सीतापुर के सदरपुर थाना क्षेत्र इलाके का है। यहां पर पिपरी गांव निवासी शबा(13) अपने ननिहाल बसुदहा आई हुई थी। यहां वह अपनी ममेरी बहन साईबा(22) और दूसरे बच्चों के साथ गांव के बाहर केवानी नदी में नहाने चली गई। शबा का पांव फिसल गया और वह गहरे पानी में चली गई। डूबने पर उसने शोर मचाना शुरु किया। उसे बचाने के लिए उसकी बहन भी पानी में कूद गई लेकिन उसे भी तैरना नहीं आता था। जिसके चलते वह भी डूबने लग गई। दोनों के शोर मचाने पर स्थानीय लोगों ने नदी में कूदकर दोनों को पानी से बाहर निकाला। हालांकि, लोग उन्हें अस्पताल ले जाते इससे पहले ही किशोरी की मौत हो गई। जबकि साईबा को अस्पताल में भर्ती करवाया गया। जहां उसके पेट में अधिक पानी भर जाने से हालत गंभीर बनी हुई है। साईबा की अभी हाल ही में शादी हुई है। मौके पर पहुंची पुलिस ने किशोरी के शव का पंचनामा कर शव को परिजनों को दे दिया है।

बदायूं: गड्ढे में नहाने गए बच्चों की डूबकर मौत
मामला बदायूं जिले के इस्लामनगर थाना क्षेत्र के कुंवरपुर गांव का है। यहां के निवासी अल्तमस(11) , मोनिस(7), इसराइल(11) शनिवार को बकरी चराने खेत पर गए थे। भीषण गर्मी से राहत पाने के लिए तीनों एक गड्ढे में नहाने के लिए उतर गए। गड्ढा गहरा होने की वजह से तीनों उसमे डूब गए। आसपास खेतों पर काम कर रहे लोगों ने तीनों बच्चों को डूबते देखा तो वह बचाने के लिए दौड़े लेकिन तब तक तीनों बच्चों की मौत हो चुकी थी। घरवालों ने शवों का पोस्टमॉर्टम कराने से इंकार कर दिया है। हालांकि, पुलिस ने परिवार वालों को समझाने की कोशिश की कि वह शवों के पोस्टमॉर्टम कराएं, ताकि उन्हें सरकारी सहायता भी मिल सके।

बिजनौर: माता-पिता की तलाश में निकला शख्स बाढ़ में डूबा
बिजनौर में मंगलवार को दो अलग अलग हादसे में एक बच्चे और एक युवक की मौत हुई। पहला मामला बिजनौर के बढ़ापुर इलाके का है। जहां पांच बच्चे गर्मी से राहत पाने के लिए रामगंगा नदी में नहाने गए थे। चार बच्चे तो नहा कर सकुशल लौट आए जबकि एक बच्चा अंकुश पानी में डूब गया। सूचना पर पुलिस और पी ए सी की टीम मौके पर पहुंची और रेस्क्यू कर काफी मशक्कत के बाद अंकुश के शव को बाहर निकाला। वहीं दूसरी घटना चांदपुर थानां क्षेत्र के जलीलपुर खादर इलाके की है।​​​​​​​ जहां नाहर सिंह नाम का एक शख्स अपने माता पिता की तलाश में डेरे पर गया था। वह नही लौटा तो परिजनों ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंचकर पुलिस और पी ए सी की टीम ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में नाहर सिंह की तलाश शुरु कर दी। 24 घंटो की मशक्कत के बाद के बाद नाहर सिंह का शव बाढ़ के पानी में मिला।

नदी,नाले, तालाब पर जाए तो बरतें यह सावधानियां

यूपी के लगभग 15 से ज्यादा जिले इस समय बाढ़ से प्रभावित हैं। जहां नदिया उफान पर है तो वहीं बरसात की वजह से तालाब और पोखर भी लबालब हैं। बाढ़ ग्रस्त इलाकों में तो पुलिस बाकायदा गांव गांव पेट्रोलिंग करके एलान कर रही है कि नदी किनारे न जाये। यह खतरनाक हो सकता है। वहीं एक्सपर्ट्स भी इस मामले में सावधानियां बरतने की हिदायत देते हैं।

  • सबसे पहले यदि बाढ़ आने की आशंका हो तो किसी ऊचें स्थान पर तुरंत चले जाएं।
  • बहते पानी में न चलें, क्योंकि 6 इंच की गहराई वाले बहते पानी में आप गिर सकते हैं।
  • किसी भी नदी नाले या पोखर में बिना सोचे-समझे ना जाए। यदि जाते भी है तो पहले किसी डंडे अथवा छड़ से उसकी गहराई जरुर नाप ले।